नई दिल्ली: बेंगलुरु में काम करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत ने ना केवल सिस्टम और अदालत को कटघरे में खड़ा कर दिया है, बल्कि एक समाज के तौर पर यह सोचने को मजबूर कर दिया है, ये किस तरह का वातावरण हम अपने भविष्य के लिए बना रहे हैं. देशभर में इस घटना को लेकर चर्चा व प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसी क्रम में दिल्ली के केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के पास प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और लोगों के बीच नोकझोंक होने की बात भी सामने आई है. बताया गया कि इस प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी. इस दौरान सैकड़ो की संख्या में लोग हाथों में तख्तियां लेकर पहुंचे और अतुल सुभाष को इंसाफ दिलाने को लेकर नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शन में महिलाएं ने भी हिस्सा लिया, जिसके बाद कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
स्वाति मालीवाल ने लिखा पत्र: वहीं दिल्ली पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष और मौजूदा राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने इस मामले को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को पत्र भी लिखा है. उन्होंने अतुल सुभाष के लिए न्याय सुरक्षित करने का आग्रह किया है. साथ ही लिखा है कि परिवार को इस भारत क्षति से निपटने के लिए मुआवजा और कानूनी सहायता दी जानी चाहिए.
I have written a letter to Hon’ble CM of Karnataka Shri Siddaramaiah ji urging him to ensure justice for Atul Subhash. The family must be provided compensation and legal assistance to deal with the terrible loss.#AtulSubhash pic.twitter.com/rHnL1ANDRA
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 12, 2024
पत्र में लिखा गया, यह दुखद मामला किसी को भी प्रभावित कर सकता है. हमारी नीतियां समावेशी और इन वास्तविकताओं के प्रति संवेदनशील होनी चाहिए. मुझे विश्वास है कि आपकी सरकार इस मामले की मांग के अनुसार तत्परता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करेगी.
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