अंबाला: दिल्ली कूच को लेकर किसान हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर पर जुटे हैं. किसानों ने सरकार को 29 फरवरी तक का वक्त दिया है. जिसके बाद दिल्ली कूच को लेकर किसान कोई बड़ा फैसला करेंगे. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने हरियाणा पंजाब शंभू बॉर्डर पर थ्री लेयर बैरिकेडिंग की है. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है. लोग अब शंभू बॉर्डर पर लगे बैरिकेड्स को हटाने की मांग कर रहे हैं.
शंभू बॉर्डर को खोलने की मांग: ओमेक्स सोसायटी के लोगों ने प्रशासन से रास्ता खोलने की मांग की है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क बंद होने की वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. बच्चों की पढ़ाई को नुकसान हो रहा है. क्योंकि रास्ता बंद होने की वजह से उन्हें स्कूल तक या फिर नौकरी करने के लिए काफी घूमकर जाना पड़ता है. वहीं रास्ता बंद होने से जाम भी काफी लगता है. जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
नौकरीपेशा लोगों और बच्चों की पढ़ाई को रो रहा नुकसान: स्थानीय लोगों ने बताया की बच्चों को स्कूल भेजने के लिए उन्हें जंगल से होकर गुजरना पड़ता है, क्योंकि वैकल्पिक रोड से जाने पर स्कूल काफी दूर पड़ता है. इससे वक्त और ईंधन दोनों का नुकसान होता है. इसलिए स्थानीय लोग शंभू बॉर्डर को खोलने की मांग कर रहे हैं.
सद्दोपुर रास्ता खोलने की मांग: दिल्ली कूच ऐलान के बाद 13 फरवरी को किसानों ने दिल्ली जाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड लगाकर रोक लिया. पुलिस ने सद्दोपुर से पंजाब जाने वाला रास्ता बंद कर दिया. जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. हर वर्ग नुकसान में है. पुलिस ने दिल्ली से लगते बॉर्डर खोल दिए हैं. इसके बाद अंबाला के लोग भी सरकार और प्रशासन से रास्ता खोलने की मांग कर रहे हैं. अंबाला की जनता ने प्रशासन से सद्दोपुर रास्ता खोलने की मांग की है.