लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण में गुरुवार को मंडलायुक्त रोशन जैकब ने गुरुवार को जनसुनवाई की. इस दौरान लोगों की अपनी पीड़ा सुनाई. किसी ने अवैध कब्जे की शिकायत की तो किसी ने गड़बड़ रजिस्ट्री की. जनसुनवाई में पार्श्वनाथ रॉयल फ्लोर सिटी सोसायटी में रहने वाले कुंवर श्रीवास्तव ने कहा कि 2007 में सोसायटी का नक्शा पास हुआ है. इसे देखकर फ्लैट लिया था लेकिन बिल्डर भाग गया है. फ्लैट कंप्लीट नहीं है. 2015 से अधूरे फ्लैट में रहना शुरू किया था. दो करोड़ 92 लाख रुपये की पेनाल्टी रेरा ने लगाई गई है. जबकि बगल की एक स्प्रिंग सोसाइटी के लिए LDA अधिकारियों ने हमारी गेटेड सोसायटी से नक्शा पास कर दिया है. हम 2022 से इसका विरोध कर रहे हैं. कोई सुनने वाला नहीं है. LDA के अधिकारी केवल चक़्कर कटवा रहे हैं. ईमानदार अधिकारी के आदेश को LDA में दबा दिया जाता है, ताकि पोल न खुले.
वहीं, जनवसुनवाई में लखनऊ विकास प्राधिकरण में प्लॉट रजिस्ट्री के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया. LDA की तरफ से बबलू अली निवासी रनमऊ धौरहरा, लखनऊ के नाम पर प्लॉट का आवंटन 27-9-2007 को डी 19 ट्रांसपोर्ट नगर में किया गया. बब्लू का कहना है कि 18 सालों से उसका प्लॉट पर कब्जा भी था. लेकिन कुछ महीने पहले दूसरे पक्ष ने आकर जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया. इस दौरान तार की बाउंड्री भी करा की. बबलू का कहना है कि उसके नाम बबलू अली के नाम पर प्लॉट अलॉट हुआ. इसमें किसी दूसरे व्यक्ति ने बबलू अली बनकर LDA से लीज डीड करवा दी. इसके बाद प्लॉट की रजिस्ट्री किसी तीसरे व्यक्ति को कर दी है. पीड़ित ने आरोप लगाया कि वह 6 महीने से LDA अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक ट्रांसपोर्ट नगर से लेकर LDA के गोमती नगर कार्यालय तक चक्कर लगवा रहे हैं.
वहीं, अयोध्या रोड स्थित पार्श्वनाथ सिटी सोसायटी के अंदर से दूसरी सोसायटी के लिए रास्ता देने का ले आउट भी LDA ने पास करने की शिकायत लेकर लोग मंडलायुक्त से मिले. लोगों ने बताया कि उनके सोसायटी की दीवार तोड़ी जा रही. जिस पर एक अधिकारी ने कहा कि अब काम बंद है. लोगों ने कहा कि काम कभी नहीं बंद हुआ है.
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