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23 डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद भी पटरी से उतरी मसूरी सरकारी अस्पताल की व्यवस्था, लोगों में आक्रोश

Shortage of doctors in Mussoorie Sub District Hospital मसूरी उप जिला अस्पताल 23 डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद भी बदहाल है. दरअसल यहां नियुक्ति के सापेक्ष इस समय सिर्फ 5 से 6 डॉक्टर ही ड्यूटी पर हैं. इस कारण अस्पताल आने वाले मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. क्यों हुई मसूरी उप जिला चिकित्सालय की ये हालत, पढ़िए इस खबर में.

Mussoorie Sub District Hospital
मसूरी समाचार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 4, 2024, 9:44 AM IST

Updated : Mar 4, 2024, 10:36 AM IST

उप जिला चिकित्सालय की व्यवस्था पटरी से उतरी

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में एकमात्र सरकारी अस्पताल डॉक्टरों की भारी कमीज को से जूझ रहा है. इस वजह से मसूरी और आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मसूरी उप जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों की नियुक्ति हो रखी है. इसके बावजूद चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी है.

डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा मसूरी उप जिला चिकित्सालय: दरअसल मसूरी जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टर में से 8 डॉक्टर पीजी करने के लिए गए हुए हैं. तीन डॉक्टरों को देहरादून अटैच किया है. कुछ डॉक्टर छुट्टी पर चल रहे हैं. ऐसे में अस्पताल में मात्र 5 से 6 डॉक्टर ही कार्य कर रहे हैं. इससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में मसूरी उप जिला चिकित्सालय से ऑर्थो सर्जन डॉक्टर अरविंद राणा को भी सचिव स्वास्थ्य द्वारा विकासनगर अटैच कर दिया गया है. इससे मसूरी में हड्डी से संबंधित रोगियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

डॉक्टर न होने से लोगों में आक्रोश: अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भी नियुक्ति नहीं हो रखी है. इस कारण ऑपरेशन थिएटर में स्वच्छा के साथ साफ सफाई में खासी परेशानी हो रही है. मसूरी के एकमात्र सरकारी अस्पताल उप जिला चिकित्सालय पर मसूरी और आसपास के दर्जनों गांवों के लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए निर्भर रहते हैं. इसके बावजूद अस्पताल को संचालित किये जाने में खासी दिक्कतें हो रही हैं. लोगों को हो रही परेशानी के बावजूद ना तो इस ओर स्वास्थ्य विभाग और ना ही स्थानीय प्रशासन के साथ क्षेत्रीय विधायक का ध्यान है. इससे लोगों में आक्रोश है.

23 डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद भी बदहाली: डॉक्टर यतेंद्र सिंह ने बताया कि मसूरी उप जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों के पद हैं. उनकी नियुक्ति मसूरी उप जिला चिकित्सालय में है. परंतु 23 डॉक्टरों में से 8 डॉक्टर पीजी करने गए है और 3 डॉक्टर अटैच किए गए हैं. अन्य कुछ डॉक्टर मेडिकल छुट्टी पर हैं. इस वजह से अस्पताल को डॉक्टरों की कमी हो रखी है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में चतुर्थ क्लास कर्मचारियों की भी नियुक्ति नहीं हो रही है. इसको लेकर उनके द्वारा उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर सूचित किया गया है. उन्होंने कहा कि उनका विश्वास है कि जल्द अस्पताल में कुछ और नए डॉक्टरों के साथ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति की जायेगी.

कैबिनेट मंत्री ने दिया ये आश्वासन: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मसूरी के अस्पताल में डाक्टरों की कमी का मामला उनके संज्ञान में आया है. जल्द वह उच्च अधिकारियों से वार्ता कर अस्पताल में डाक्टरों की कमी को दूर कराई जायेगी.
ये भी पढ़ें: Mussoorie Hospital: स्वास्थ्य सचिव के निरीक्षण में मिली भारी खामियां, अधिकारियों को जमकर फटकारा
ये भी पढ़ें: मसूरी सरकारी अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन फांक रही धूल, आउटसोर्स कर्मी हटाए तो ICU सेंटर भी ठप

उप जिला चिकित्सालय की व्यवस्था पटरी से उतरी

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में एकमात्र सरकारी अस्पताल डॉक्टरों की भारी कमीज को से जूझ रहा है. इस वजह से मसूरी और आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मसूरी उप जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों की नियुक्ति हो रखी है. इसके बावजूद चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी है.

डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा मसूरी उप जिला चिकित्सालय: दरअसल मसूरी जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टर में से 8 डॉक्टर पीजी करने के लिए गए हुए हैं. तीन डॉक्टरों को देहरादून अटैच किया है. कुछ डॉक्टर छुट्टी पर चल रहे हैं. ऐसे में अस्पताल में मात्र 5 से 6 डॉक्टर ही कार्य कर रहे हैं. इससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में मसूरी उप जिला चिकित्सालय से ऑर्थो सर्जन डॉक्टर अरविंद राणा को भी सचिव स्वास्थ्य द्वारा विकासनगर अटैच कर दिया गया है. इससे मसूरी में हड्डी से संबंधित रोगियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

डॉक्टर न होने से लोगों में आक्रोश: अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भी नियुक्ति नहीं हो रखी है. इस कारण ऑपरेशन थिएटर में स्वच्छा के साथ साफ सफाई में खासी परेशानी हो रही है. मसूरी के एकमात्र सरकारी अस्पताल उप जिला चिकित्सालय पर मसूरी और आसपास के दर्जनों गांवों के लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए निर्भर रहते हैं. इसके बावजूद अस्पताल को संचालित किये जाने में खासी दिक्कतें हो रही हैं. लोगों को हो रही परेशानी के बावजूद ना तो इस ओर स्वास्थ्य विभाग और ना ही स्थानीय प्रशासन के साथ क्षेत्रीय विधायक का ध्यान है. इससे लोगों में आक्रोश है.

23 डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद भी बदहाली: डॉक्टर यतेंद्र सिंह ने बताया कि मसूरी उप जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों के पद हैं. उनकी नियुक्ति मसूरी उप जिला चिकित्सालय में है. परंतु 23 डॉक्टरों में से 8 डॉक्टर पीजी करने गए है और 3 डॉक्टर अटैच किए गए हैं. अन्य कुछ डॉक्टर मेडिकल छुट्टी पर हैं. इस वजह से अस्पताल को डॉक्टरों की कमी हो रखी है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में चतुर्थ क्लास कर्मचारियों की भी नियुक्ति नहीं हो रही है. इसको लेकर उनके द्वारा उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर सूचित किया गया है. उन्होंने कहा कि उनका विश्वास है कि जल्द अस्पताल में कुछ और नए डॉक्टरों के साथ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति की जायेगी.

कैबिनेट मंत्री ने दिया ये आश्वासन: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मसूरी के अस्पताल में डाक्टरों की कमी का मामला उनके संज्ञान में आया है. जल्द वह उच्च अधिकारियों से वार्ता कर अस्पताल में डाक्टरों की कमी को दूर कराई जायेगी.
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Last Updated : Mar 4, 2024, 10:36 AM IST
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