भोपाल। पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के दूसरे दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हरदा पहुंचे. यहां सीएम मोहन ने घटनास्थल का जायजा लिया. वहीं सीएम के दौरे को लेकर जमकर बवाल हो गया. सीएम की गाड़ी के सामने पीड़ितों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस बल का उपयोग करने के बाद मुख्यमंत्री की कार आगे बढ़ पाई. लोग सीएम के न मिलने से नाराज हो गए. वहीं सीएम ने हर संभव मदद के साथ दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.
लोगों का मुख्यमंत्री के सामने फूटा गुस्सा
हरदा पहुंचे सीएम को लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. मुख्यमंत्री की गाड़ी के सामने हादसे के पीड़ितों ने हंगामा किया. स्थानीय लोग सीएम के काफिले के सामने कूद गए. वे मुख्यमंत्री के न मिलने से नाराज थे. इस दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प भी हुई. महिलाएं और बच्चों ने सीएम के साथ गाडियों को रोका, लिहाजा पुलिस ने सीएम को सुरक्षित निकाला.
घटनास्थल का सीएम ने किया निरीक्षण
बता दें मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हरदा की पटाखा फैक्ट्री का जायजा लिया. संभाग आयुक्त नर्मदापुरम् संभाग पवन कुमार शर्मा ने दुर्घटना के संबंध में जानकारी दी. मुख्यमंत्री यादव ने घटना की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देने के लिये कहा. जिससे दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जा सके. सीएम डॉ. यादव ने मंगलवार को हुई दुर्घटना में मृतक प्रियांशु प्रजापति के घर पहुंच कर उनके परिजनों से भेंट कर शोक संवेदनाएं प्रकट की. उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. पूर्व मंत्री कमल पटेल, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जयदीप प्रसाद, संभागायुक्त नर्मदापुरम डॉ. पवन कुमार शर्मा, आयुक्त स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग सुदाम पी खाड़े, पुलिस महानिरीक्षक इरशाद वली, हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
कलेक्टर-एसपी के साथ कारखाना निरीक्षक पर गिरी गाज
सीएम ने हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग और एसपी संजीव कुमार को हटा दिया गया है. इसके साथ ही प्रशासन ने तत्कालीन कारखाना निरीक्षक को भी सस्पेंड किया है. राज्य सरकार ने औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा सागर संभाग के सहायक संचालक और कारखाना निरीक्षक नवीन कुमार बरवा को निलंबित कर दिया है. साल 2015 में निरीक्षण में बरवा ने हरदा की अग्रवाल फायर वर्क्स पटाखा फैक्ट्री बिना लाइसेंस के संचालित होने के साथ ही कई प्रावधानों का उल्लंघन पाया था. इसको लेकर बरवा ने मुख्य न्यायिक मजिस्टेट हरदा में केस लगाया था, फिर गवाही के लिए ही नहीं पहुंचा. इस संबंध में मुख्य न्यायिक मजिस्टेट हरदा द्वारा बरवा को कई बार समन जारी किए गए. साक्ष्य के साथ उपस्थित नहीं होने से अग्रवाल फायर वर्क्स संचालक राजेश अग्रवाल फरवरी 2023 में दोष मुक्त हो गया. इस मामले में न्यायालय ने बरवा के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए थे. अब सरकार ने नवीन कुमार बरवा को निलंबित किया.
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कांग्रेस ने साधा निशाना
वहीं सरकार की इस कार्रवाई पर प्रदेश कांग्रेस ने तंज कसा है. एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर X पर लिखा है कि ' सरकार भांग खाकर बैठी है ? जिस कलेक्टर ने पटाखा फैक्ट्री का लायसेंस निरस्त किया, उसे हटा दिया, जिस तत्कालीन कमिश्नर मालसिंह ने पटाखा फ़ैक्ट्री फिर चालू कराई उस पर कोई कार्रवाई नहीं. मोहन यादव जी, लोगों की जान जा रही है, और आप कमिश्नर को बचाने में लगे हो. 'शर्मसार मध्यप्रदेश' '.