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आज भी 1450 रु मिल रही पेंशन, जीना हो रहा मुश्किल, देशभर के 78 लाख पेंशनर्स कर रहे ये मांग - Nationwide pensioners protest

बुधवार 31 जुलाई को ईपीएस के तहत आने वाले सरकारी पेंशनर्स बड़ा आंदोलन करने वाले हैं. ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के मुताबिक देशभर के 78 लाख पेंशनर्स न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. इन पेंशनर्स में बड़ी संख्या में मध्यप्रदेश के भी रिटायर्ड कर्मचारी शामिल हैं.

NATIONWIDE PENSIONERS PROTEST
31 जुलाई को पेंशनर्स का बड़ा आंदोलन (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 30, 2024, 1:50 PM IST

एमपी डेस्क : ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन कमांडर अशोक राऊत ने कहा कि न्यूनतम मासिक पेंशन 7500 रु करने समेत कई अन्य मांगों को लेकर 31 जुलाई को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. लंबे समय से पेंशन निधि में अंशदान के बावजूद रिटायर्ड कर्मचारियों को इतनी कम पेंशन मिल रही है कि जीवन यापन भी मुश्किल हो गया है. आठ सालों से देशभर के 78 लाख पेंशनर्स न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की लगातार मांग कर रहे हैं.

1450 रु मिल रही पेंशन

राष्ट्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन ने कहा, '' अभी भी कई ऐसे पेंशनर्स हैं जिन्हें औसतन 1,450 रु की मासिक पेंशन मिल रही है. हमारी मांग है कि डीए के साथ मूल वेतन कम से कम 7500 रु महीना की जाए और पेंशन पानी वाले व्यक्ति के पति या पत्नी को फ्री स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएं. राऊत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री से बातचीत के बाद भी कोई फैसला नहीं हो सका है, इससे देशभर के पेंशनर्स की निराशा बढ़ती जा रही है.

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31 जुलाई के बाद 1 अगस्त को भी प्रदर्शन

राष्ट्रीय संघर्ष समिति 31 जुलाई और 1 अगस्त के दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया जाएगा. पेंशनर्स समिति की ओर से कहा गया कि वे इस विरोध प्रदर्शन में उन राजनीतिक दलों को भी समर्थन देंगे, जो उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए आगे आएंगे.

एमपी डेस्क : ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन कमांडर अशोक राऊत ने कहा कि न्यूनतम मासिक पेंशन 7500 रु करने समेत कई अन्य मांगों को लेकर 31 जुलाई को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. लंबे समय से पेंशन निधि में अंशदान के बावजूद रिटायर्ड कर्मचारियों को इतनी कम पेंशन मिल रही है कि जीवन यापन भी मुश्किल हो गया है. आठ सालों से देशभर के 78 लाख पेंशनर्स न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की लगातार मांग कर रहे हैं.

1450 रु मिल रही पेंशन

राष्ट्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन ने कहा, '' अभी भी कई ऐसे पेंशनर्स हैं जिन्हें औसतन 1,450 रु की मासिक पेंशन मिल रही है. हमारी मांग है कि डीए के साथ मूल वेतन कम से कम 7500 रु महीना की जाए और पेंशन पानी वाले व्यक्ति के पति या पत्नी को फ्री स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएं. राऊत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री से बातचीत के बाद भी कोई फैसला नहीं हो सका है, इससे देशभर के पेंशनर्स की निराशा बढ़ती जा रही है.

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31 जुलाई के बाद 1 अगस्त को भी प्रदर्शन

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