बाड़मेर: राजस्थान की एक बेटी विदेश में देश का नाम रोशन कर रही है. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इन दिनों दक्षिण कोरिया की यात्रा पर हैं. इस दौरान राजस्थान की बेटी कुमारी पेम्पों ने कोरिया-भारत व्यापारिक संबंध चर्चा को ट्रांसलेट किया है, जिसके बाद से बाड़मेर की बेटी पेम्पों काफी चर्चाओं में है.
बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना निवासी कुमारी पेम्पों दक्षिण कोरिया की बड़ी कंपनी में कार्यरत हैं. दक्षिण कोरिया और भारत के बीच में व्यापार के संबंध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों देशों के बीच भाषा अनुवादक के तौर पर उन्होंने काम किया. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पिछले कुछ दिनों से दक्षिण कोरिया की यात्रा पर हैं. सोमवार को भारत और दक्षिण कोरिया के बीच व्यापारिक चर्चा हुई, जिसमें बाड़मेर की बेटी कुमारी पेम्पों ने भाषा अनुवाद का काम किया.
अनुवादक के तौर पर काम करती हैं पेम्पों : सोशल मीडिया पर सीएम भजनलाल के साथ कुमारी पेम्पों की तस्वीर समाने आई है. हर कोई बाड़मेर की बेटी की तारीफ कर रहा है. पेम्पों के पिता भीखाराम के मुताबिक उनकी बेटी की 12वीं तक की पढ़ाई गांव में हुई. इसके बाद झारखंड यूनिवर्सिटी में उसका एडमिशन हो गया. पेम्पों के लिए वहां एडमिशन चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि, यहां तृतीय भाषा के रूप में उसे दक्षिण कोरिया (कुरियन) लेनी थी, जबकि वह हिंदी माध्यम और घर में मारवाड़ी भाषा के बीच पली-बढ़ी थी.
बावजूद इसके, पेम्पों ने इसे सहजता से स्वीकार कर महज एक साल में ही कुरियन भाषा सीख ली. पेम्पों पिछले एक साल से दक्षिण कोरिया में भाषा अनुवादक के तौर पर कार्य कर रही हैं. पेम्पों के पिता भीखाराम एक सब्जी विक्रेता हैं. पेम्पों के परिवार में माता-पिता दो भाई और दो बहनें हैं.