रांचीः चार चरण में हुए झारखंड में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. आखिरी चरण में एक जून को संथाल के राजमहल, गोड्डा और दुमका में वोट डाले गए. इन क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शुरू हुआ. मतदान की प्रक्रिया शाम 5 बजे के बाद भी कई बूथों पर देर शाम तक चलती रही, जिसमें 68.32 प्रतिशत मतदान हुए हैं.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार और पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने शांतिपूर्ण मतदान पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लोगों ने जिस तरह से लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी निभाई है वह वाकई में स्वागत योग्य है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि अंतिम चरण में राजमहल संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में 67.48 प्रतिशत मतदान हुआ है जबकि दुमका में 70.58% और गोड्डा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में 67.24 प्रतिशत रहा है.
मतदान का प्रतिशत में बदलाव होने की संभावना जताते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि स्ट्रॉन्ग रूम में ईवीएम के जमा होने के पश्चात वास्तविक आंकड़ा जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज के मतदान के दौरान आदर्श आचार संहिता के तीन मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने बताया कि दुमका संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के जामताड़ा में चुनाव कार्य में लगे एक ड्राइवर नारायण दास की हादसे में मौत हो गई है, वह पश्चिम बंगाल के आसनसोल का निवासी था.
बोकारो डीसी मामले में दाखिल शिकायत पर जांच शुरू
भारतीय जनता पार्टी द्वारा पिछले दिनों गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में मतदान के दो दिन बाद बोकारो में पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिंग होने की शिकायत पर चुनाव आयोग ने जांच शुरू कर दी है. इस मामले में जानकारी देते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि लिखित शिकायत के बाद अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी इसकी जांच कर रही हैं और दो दिनों के अंदर जांच पूरी कर ली जाएगी. बता दें कि बीजेपी शिष्टमंडल ने बोकारो उपायुक्त के खिलाफ शिकायत करते हुए उन्हें मतगणना कार्य से अलग रखने का आग्रह चुनाव आयोग से किया है.
95 कंपनी केंद्रीय बलों के साथ 40 हजार जवान पर थी सुरक्षा की जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में संथाल की तीन सीटों पर हुए मतदान के दौरान 95 कंपनी केंद्रीय बलों के साथ 40 हजार पुलिस जवानों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी. पश्चिम बंगाल और बिहार से समन्वय बनाकर राज्य की सीमा से जुड़े इलाके में सघन अभियान चलाया जा रहा था. राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में 49 लोकेशन को सील किया गया था. इसके अलावा 6 हजार 258 बूथों में से 130 बूथ नक्सली प्रभाव क्षेत्र में स्थित थे. इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे.
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