जयपुर. राजस्थान में भीषण गर्मी और हीट वेव का दौर बदस्तूर जारी है. अब हीट वेव से मौत के आंकड़ों को लेकर नई बहस शुरू हो गई है. कांग्रेस के प्रदेधाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर हीट वेव से मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है. उन्होंने लावारिस शवों के निस्तारण की प्रक्रिया को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, 'भीषण गर्मी और हीट वेव के प्रबंधन में पूरी तरह विफल रही भाजपा सरकार अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद मृतकों को मुआवजा देने से बचने के लिए मौत के आंकड़े छिपाने का पाप कर रही है.'
मुआवजा देने से बचना चाह रही सरकार : इसी पोस्ट में डोटासरा ने आगे लिखा, 'SMS अस्पताल से चौंकाने वाली सूचना है. जहां हीट वेव से मौत के बाद करीब 40 अज्ञात लोगों के शव मोर्चरी में हैं. हर दिन करीब 20-25 अज्ञात लोगों के शव मोर्चरी में आ रहे हैं. लेकिन सरकार मुआवजा देने से बचने के लिए मौत के अलग-अलग कारण बताकर 3 दिन के भीतर पोस्टमार्टम करके मामलों को निपटा रही है.'
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सरकार बता रही हीट वेव से सिर्फ पांच मौत : सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए डोटासरा ने कहा, अज्ञात शव की शिनाख्त, पुलिस की कार्रवाई, परिवार को ढूंढ़ने और समाचार पत्र में सूचना प्रकाशित करने की प्रक्रिया में करीब 7 दिन लग जाते हैं. जिसके पश्चात डेड बॉडी को डिस्पोज किया जाता है. ये आंकड़े सिर्फ SMS अस्पताल के हैं, पूरे प्रदेश के हालात भयावह एवं चिंताजनक है. सरकार सिर्फ 5 लोगों की हीट वेव से मौत बता रही है. जबकि सच्चाई ये है कि प्रदेश में भयंकर गर्मी और हीट वेव से मौतों का आंकड़ा बेहद डरावना है.
सरकार और हाईकोर्ट से की यह मांग : गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मांग की है कि आंकड़े छिपाने के बजाए हीट वेव से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा दिलवाया जाए. इसके साथ ही उन्होंने हाईकोर्ट से भी मांग की है कि हीट वेव से मौतों को लेकर सरकार को कड़े निर्देश देकर उनकी पालना करवाई जाए.