बस्तर: भाजपा के कलस्टर प्रभारी और विधायक अजय चंद्राकर मंगलवार को जगदलपुर दौरे पर पहुंचे. आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक ली. जिसके बाद अजय चंद्राकर ने पत्रवार्ता में कांग्रेस और उनके लोकसभा लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा पर जमकर निशाना साधा. वहीं पीसीसी अध्यक्ष ने भी पलटवार करते हुए अजय चंद्राकर पर निशाना साधा है.
"प्रत्याशी घोषित करने में कांग्रेसियों का दम फूल रहा": अजय चंद्राकर ने कहा, "प्रत्याशियों की लिस्ट घोषित करने में कांग्रेसियों का दम फूल रहा है, क्योंकि कांग्रेस के पास कोई चेहरा ही नहीं है." कवासी लखमा पर हुए एफआईआर को लेकर उन्होंने कहा, "लखमा पैसे देकर बस्तर के भोलेभाले लोगों को खरीदना चाहते हैं. इससे उन्होंने कांग्रेस के चरित्र को उजागर कर बस्तर के गौरव को कलंकित किया है." कवासी लखमा को प्रत्याशी बनाने पर उन्होंने कवासी के मंत्री रहते किये गए उल्लेखनीय कार्यों की जानकारी मांगी.
बस्तर में धर्मांतरण को बढ़ावा देने के आरोप: अजय चंद्राकर ने कवासी लखमा पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा, "अब तक उन्होंने क्षेत्र के लिए किया ही क्या है. उन्होंने पांच साल में बस्तर में केवल धर्मांतरण को बढ़ावा दिया. कोंटा को केसिनो बनाया और छत्तीसगढ़ को नशे का गढ़ बना दिया. लखमा मजबूरी में चुनाव लड़ रहे हैं. उनका उद्देश्य अपने बच्चे को राजनीतिक रूप से स्थापित करना है."
"झीरम कांड के दो प्रत्यक्षदर्शी लखमा और गैदु": झीरम घाटी मामले में अजय चंद्राकर ने लखमा के साथ प्रदेश महासचिव मलकीत गैदु को भी निशाने पर लिया. उन्होंने झीरम के मुद्दे पर कहा, "कांग्रेस झीरम कांड को हमेशा राजनीतिक मुद्दा बनाती है. इस घटना के दो प्रत्यक्षदर्शी लखमा और गैदु हैं. उन्हें सामने आकर सच बताना चाहिए."
अपना नंबर बढ़ाने इस तरह दे रहे बयान: बीजेपी नेता अजय चंद्राकर के आरोपों पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार किया है. दीपक बैज ने अजय पर तंज कसते हुए कहा, "उन पर क्या ही कहा जाए, वो तो अपना खुद का टिकट तक नहीं ला पाए हैं. अजय चंद्राकर लोकसभा चुनाव के बाद मंत्री बनना चाहते हैं. इसलिए पार्टी में अपना नंबर बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं."