रोहतास : भोजपुरी के पावर स्टार कहे जाने वाले चर्चित अभिनेता पवन सिंह अब किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं हैं. बीजेपी के कद्दावर नेता व बिहार सरकार में मंत्री प्रेम कुमार के बयान पर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए साफ-साफ कहा कि नामांकिन वापस नहीं लेंगे. आगे बढ़ गए हैं तो बढ़ गए हैं.
''मैं कलाकार हूं, क्रिमिनल नहीं हूं कि मुझ पर भाजपा कार्रवाई करेगी. यह हिंदुस्तान है, यहां हर किसी को अपने हिसाब से स्वतंत्र जीवन जीने का अधिकार है. मैं जिस रास्ते पर निकल पड़ा हूं, अब पीछे मुड़कर देखने का सवाल ही नहीं होता है. चाहे कोई भी कुछ कहे पवन सिंह काराकाट से ही चुनाव लड़ेंगे.''- पवन सिंह, निर्दलीय उम्मीदवार, काराकाट लोकसभा
'काराकाट सीट से पीछे हटने वाले नहीं' : कुल मिलाकर कहें तो पवन सिंह ने साफ कर दिया है कि वह अब काराकाट सीट से पीछे हटने वाले नहीं हैं. चाहे कोई भी नेता कुछ भी बोले उनपर फर्क नहीं पड़ता है. उनका साफ कहना है कि 'मैं जिस रास्ते पर निकल पड़ा हूं, निकल पड़ा हूं, निकल पड़ा हूं. इसे फिल्मी स्टाइल में कहें तो 'पवन सिंह झुकेंगे नहीं...'
पवन सिंह की मां ने किया नामांकन : इधर, जिस काराकाट संसदीय क्षेत्र से पवन सिंह बतौर निर्दलीय उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं. उसी सीट पर उनकी मां प्रतिमा देवी ने भी नामांकन कराया है. सासाराम के समाहरणालय में गुपचुप तरीके से प्रतिमा देवी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. इस सवाल पर भी पवन सिंह ने अपनी बात रखी.
''वजह क्या है यह हम ही आपको बताएं? आप लोग नहीं सोच सकते हैं? हर इंसान अपने जीवन में कुछ सोच समझकर चलना चाहता है चाहे वह हम हो या आप. मां का नामांकन बस एक रणनीति का हिस्सा है. काराकाट संसदीय क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेंगे और हर हाल में जीतेंगे, क्योंकि काराकाट के लोगों ने अपने बेटे पवन को जीताने का मन बना लिया है.''- पवन सिंह, निर्दलीय उम्मीदवार, काराकाट लोकसभा
BJP के टिकट को ठुकराया : बता दें कि पवन सिंह को बीजेपी ने आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था. पहले तो वह टिकट पाकर काफी खुश थे, हालांकि बाद में उन्होंने अपना टिकट वापस कर दिया. इसके बाद पवन सिंह काराकाट से ताल ठोंकने पहुंच गए. यहां से एनडीए के उम्मीदवार उपेन्द्र कुशवाहा मैदान में हैं.
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