श्रीनगर: लोकसभा चुनाव 2024 में मंडल मुख्यालय पौड़ी के व्यापारियों ने चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी जिला प्रशासन पौड़ी को दे दी है. व्यापारियों का कहना है कि राज्य गठन के 23 साल पूरे हो जाने के बावजूद आज भी मंडल मुख्यालय पौड़ी श्रीनगर से कई साल पीछे चल रहा है.
व्यापारियों का साफ कहना है कि रोजगार की उचित व्यवस्था न होना पौड़ी में पलायन का प्रमुख कारण है, जिसके ऊपर किसी भी सरकार द्वारा कभी भी गंभीरता से कोई काम नहीं किया गया. जिसका नतीजा यह है कि आज पौड़ी उत्तराखंड के ऐसे जिलों में सबसे ऊपर है, जहां पर सबसे अधिक पलायन हुआ है. उन्होंने कहा कि पलायान की मार से व्यापारी भी अछूते नहीं रहे और इसकी सबसे अधिक मार व्यापार पर पड़ी है. इन्हीं कारणों को लेकर व्यापारियों ने साफ कर दिया है कि वे आगामी 2024 में लोकसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने जा रहे हैं.
व्यापारी पारस नेगी ने कहा कि पौड़ी शहर विकास से कई साल पीछे है. ना पार्किंग की सुविधा है. ना कूड़ा निस्तारण की कोई ठोस रणनीति. इस कारण पौड़ी हमेशा उपेक्षा का शिकार रहता है. जसपंत सिंह नेगी ने कहा कि अगर विकास को लेकर जनप्रतिनिधियों का ऐसा ही रवैया रहा, तो इसका विरोध किया जाएगा. इसी वजह से व्यापारी चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं.
वहीं इस पूरे मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी पौड़ी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि पूरे मामले में स्वीप की टीम के माध्यम से व्यापारियों को समझने का काम किया जाएगा. जिससे वे अपने पसंद के जनप्रतिनिधि को वोट डाल सकें और जनप्रतिनिधि उनकी जो भी समस्या है, उसका निस्तारण कर सकें.
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