देहरादूनः पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकरण करने और इस चिकित्सालय का नाम शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत के नाम पर रखे जाने को लेकर सीएम धामी ने मंजूरी दे दी है. सीएम धामी की मंजूरी के बाद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने आदेश भी जारी कर दिया है. इसके अलावा नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) की ओर से जारी सूची में चमोली जिला अस्पताल, एनक्यूएएस के मानकों पर खरा उतरा है. ऐसे में चमोली जिला अस्पताल एनक्यूएएस और लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले अस्पतालों की सूची में शामिल हो गया है. प्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अभी तक 10 एनक्यूएएस और 19 लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेशन मिल चुके हैं.
बता दें कि भारत सरकार हर वित्तीय वर्ष में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत तय किए गए मानकों को पूरा करने वाले अस्पतालों को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के साथ वित्तीय सहायता देता है. एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन राष्ट्रीय स्तर पर होता है. इसके तहत अस्पतालों के सर्टिफिकेशन के लिए करीब 450 से अधिक इंडिकेटर्स का फीडबैक लिया जाता है. एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन में बायोमेडिकल वेस्ट, लिस्ट की एनओसी, एक्सरे का एवीआरवी, फायर एनओसी, मरीजों का फीडबैक, स्टाफ, साफ-सफाई, ओटी की सुविधा, दवाओं की व्यवस्था समेत अन्य बिन्दुओं का मूल्यांकन करता है.
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि जिला अस्पताल, चमोली को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन और लक्ष्य अवार्ड मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं. जिनके मेहनत और अथक प्रयासों से सीमांत जिले में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर हो रही है. प्रदेश के सभी राजकीय अस्पतालों में जनता को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले, इसके लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है.
शहीद के नाम पर सीएचसी: पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत के नाम पर रखें जाने के निर्णय पर स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि ये निर्णय शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत की बहादुरी और बलिदान को सम्मानित करने के लिए लिया गया है. साथ ही इस सीएचसी का उच्चीकरण होने से जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा.
गौर है कि 16 अक्टूबर 2021 को सूबेदार नायक हरेंद्र सिंह रावत पुंछ जिले के मेंढर में आतंकियों की सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. हरेंद्र सिंह का परिवार पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक के गांव पीपल सारी में रहता है.
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