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शहीद के नाम पर होगा पौड़ी का ये अस्पताल, चमोली हॉस्पिटल को मिला लक्ष्य अवार्ड - Hospital Named After Martyr

Hospital Named After Martyr सीएम धामी ने पौड़ी के रिखणीखाल में स्थित अस्पताल का नाम बदलने और शहीद के नाम पर रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसके अलावा चमोली के अस्पताल को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत तय किए गए मानकों को पूरा करने के लिए अवार्ड दिया गया है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 18, 2024, 7:12 PM IST

Updated : Jul 18, 2024, 7:26 PM IST

देहरादूनः पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकरण करने और इस चिकित्सालय का नाम शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत के नाम पर रखे जाने को लेकर सीएम धामी ने मंजूरी दे दी है. सीएम धामी की मंजूरी के बाद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने आदेश भी जारी कर दिया है. इसके अलावा नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) की ओर से जारी सूची में चमोली जिला अस्पताल, एनक्यूएएस के मानकों पर खरा उतरा है. ऐसे में चमोली जिला अस्पताल एनक्यूएएस और लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले अस्पतालों की सूची में शामिल हो गया है. प्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अभी तक 10 एनक्यूएएस और 19 लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेशन मिल चुके हैं.

Hospital Named After Martyr
स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने आदेश जारी किया (PHOTO- UK INFORMATION DEPARTMENT)

बता दें कि भारत सरकार हर वित्तीय वर्ष में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत तय किए गए मानकों को पूरा करने वाले अस्पतालों को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के साथ वित्तीय सहायता देता है. एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन राष्ट्रीय स्तर पर होता है. इसके तहत अस्पतालों के सर्टिफिकेशन के लिए करीब 450 से अधिक इंडिकेटर्स का फीडबैक लिया जाता है. एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन में बायोमेडिकल वेस्ट, लिस्ट की एनओसी, एक्सरे का एवीआरवी, फायर एनओसी, मरीजों का फीडबैक, स्टाफ, साफ-सफाई, ओटी की सुविधा, दवाओं की व्यवस्था समेत अन्य बिन्दुओं का मूल्यांकन करता है.

वहीं, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि जिला अस्पताल, चमोली को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन और लक्ष्य अवार्ड मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं. जिनके मेहनत और अथक प्रयासों से सीमांत जिले में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर हो रही है. प्रदेश के सभी राजकीय अस्पतालों में जनता को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले, इसके लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है.

शहीद के नाम पर सीएचसी: पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत के नाम पर रखें जाने के निर्णय पर स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि ये निर्णय शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत की बहादुरी और बलिदान को सम्मानित करने के लिए लिया गया है. साथ ही इस सीएचसी का उच्चीकरण होने से जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा.

गौर है कि 16 अक्टूबर 2021 को सूबेदार नायक हरेंद्र सिंह रावत पुंछ जिले के मेंढर में आतंकियों की सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. हरेंद्र सिंह का परिवार पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक के गांव पीपल सारी में रहता है.

ये भी पढ़ेंः पौड़ीः लगातार बारिश के कारण नहीं हो सका शहीद का अंतिम संस्कार, गोदियाल ने दी श्रद्धांजलि

ये भी पढ़ेंः नेत्र रोग के इलाज के लिए अब नहीं काटने होंगे बडे़ शहरों के चक्कर, चमोली जिला अस्पताल को मिली दो आधुनिक मशीनें

देहरादूनः पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकरण करने और इस चिकित्सालय का नाम शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत के नाम पर रखे जाने को लेकर सीएम धामी ने मंजूरी दे दी है. सीएम धामी की मंजूरी के बाद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने आदेश भी जारी कर दिया है. इसके अलावा नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) की ओर से जारी सूची में चमोली जिला अस्पताल, एनक्यूएएस के मानकों पर खरा उतरा है. ऐसे में चमोली जिला अस्पताल एनक्यूएएस और लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले अस्पतालों की सूची में शामिल हो गया है. प्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अभी तक 10 एनक्यूएएस और 19 लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेशन मिल चुके हैं.

Hospital Named After Martyr
स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने आदेश जारी किया (PHOTO- UK INFORMATION DEPARTMENT)

बता दें कि भारत सरकार हर वित्तीय वर्ष में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत तय किए गए मानकों को पूरा करने वाले अस्पतालों को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के साथ वित्तीय सहायता देता है. एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन राष्ट्रीय स्तर पर होता है. इसके तहत अस्पतालों के सर्टिफिकेशन के लिए करीब 450 से अधिक इंडिकेटर्स का फीडबैक लिया जाता है. एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन में बायोमेडिकल वेस्ट, लिस्ट की एनओसी, एक्सरे का एवीआरवी, फायर एनओसी, मरीजों का फीडबैक, स्टाफ, साफ-सफाई, ओटी की सुविधा, दवाओं की व्यवस्था समेत अन्य बिन्दुओं का मूल्यांकन करता है.

वहीं, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि जिला अस्पताल, चमोली को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन और लक्ष्य अवार्ड मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं. जिनके मेहनत और अथक प्रयासों से सीमांत जिले में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर हो रही है. प्रदेश के सभी राजकीय अस्पतालों में जनता को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले, इसके लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है.

शहीद के नाम पर सीएचसी: पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत के नाम पर रखें जाने के निर्णय पर स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि ये निर्णय शहीद हवलदार हरेंद्र सिंह रावत की बहादुरी और बलिदान को सम्मानित करने के लिए लिया गया है. साथ ही इस सीएचसी का उच्चीकरण होने से जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा.

गौर है कि 16 अक्टूबर 2021 को सूबेदार नायक हरेंद्र सिंह रावत पुंछ जिले के मेंढर में आतंकियों की सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. हरेंद्र सिंह का परिवार पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक के गांव पीपल सारी में रहता है.

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Last Updated : Jul 18, 2024, 7:26 PM IST
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