श्रीनगर: उत्तराखंड के पौड़ी जिले में फर्जी दस्तावेजों पर सरकारी नौकरी पाने का बड़ा मामला सामने आया है. हालांकि ज्वाइनिंग करने से पहले ही दोनों अभ्यर्थियों की पोल खुल गई और दोनों बिना ज्वाइनिंग करे ही फरार हो गए. दोनों लोग यूपी के रहने वाला है. वहीं मध्य प्रदेश के दो युवक तो दस्तावेजों की जांच कराने को तैयार नहीं थे. इसीलिए उन्होंने भी ज्वाइन नहीं किया. विभाग ने चारों की भर्ती निरस्त कर दी है.
दरअसल, हाल ही में डाक विभाग ने डाक सेवकों के पदों पर भर्ती निकाली थी. उत्तराखंड के पौड़ी जिले में भी यूपी के अभ्यर्थियों का डाक सेवकों सेलेक्शन हुआ था, लेकिन ज्वाइनिंग से पहले ही जब दोनों अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की गई तो उनमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया.
दस्तावेजों में किया था हेरफेर: जानकारी के मुताबिक यूपी के बिजनौर जिले के रहने वाले चयनित डाक सेवक अनिल कुमार और अंकुर यादव ने हाईस्कूल स्कूल का जो सर्टिफिकेट और मार्कशीट लगाई थी, उसमें दोनों ने 97 फीसदी अंक हासिल हुए हैं, लेकिन जब दोनों का हाईस्कूल का रोल नंबर जांचा गया तो अनिल कुमार का रोल नंबर किसी अन्य छात्र का निकला, जो परीक्षा में फेल है और उसके माता पिता का नाम भी अलग है.
एफआईआर दर्ज करवाने की तैयारी: वहीं दूसरे चयनित डाक सेवक अंकुर यादव का रोल नंबर जांचा गया तो ये रोल नंबर किसी महिला का निकला, वो परीक्षा में फेल है. अब डाक विभाग दोनों चयनित डाक सेवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की तैयारी कर रहा है. जबकि प्रमाण पत्रों की जांच प्रकिया से पहले मध्य प्रदेश के दो चयनित डाक सेवक फरार हो गए हैं. डाक अधीक्षक ने बताया कि अब तक 77 डाक सेवकों के प्रमाण पत्र की जांच प्रकिया चल रही है.
डाक अधीक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि ग्रामीण डाक सेवक पद पर बीते वर्ष चयनित 32 कार्मिको का पूर्ण विवरण विभागीय उच्च अधिकारियों को भेजा गया है. जुलाई-2023 में पौड़ी डाक विभाग को 98 डाक सेवक मिले थे, जिनमें यूपी, हरियाणा, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित अन्य राज्यों के नियुक्त कार्मिकों की विभाग के उच्च अधिकारियों ने रिपोर्ट मांगी थी. पौड़ी में 32 कार्मिक बाहरी राज्यों के थे, जिनकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है.
क्या बोले अधिकारी: डाक विभाग पौड़ी को मिले डाक सेवकों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच चल रही है. उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो डाक सेवकों के शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी मिले है. वहीं मध्य प्रदेश के रहने वाले नवनियुक्त दो डाक सेवकों ने शैक्षणिक दस्तावेजों के जांच की बात कहने पर ज्वाइनिंग ही नहीं दी है. विभाग ने चारों की नियुक्ति निरस्त कर दी है. शेष सभी के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच जारी है.
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