पटनाः जैसा हर साल होता है वैसा ही इस साल भी हुआ और शनिवार को हुई भारी बारिश ने राजधानी पटना में इंतजामों की पोल खोल दी. कई इलाके जलमग्न हो गये. लोगों की आवाजाही दूभर हो गयी. जिसके बाद नगर विकास विभाग की नींद खुली और मंत्री नितिन नवीन ने विभाग के अधिकारियों की इमरजेंसी बैठक बुलाई. बैठक में नितिन नवीन ने लापरवाही को लेकर अधिकारियों को खरी-खरी तो सुनाई ही, सितंबर तक छुट्टियां कैंसिल कर दीं.
'लापरवाही की कोई जगह नहीं': पटना में जलजमाव से निपटने के लिए मंत्री नितिन नवीन की ओर से बुलाई गयी बैठक में दीघा विधायक संजीव चौरसिया, पटना की मेयर सीता साहू, डिप्टी मेयर रेशमी चंद्रवंशी, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर और BUIDCO के MD समेत सभी अंचल के कार्यपालक अभियंता मौजूद रहे.बैठक में मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि उनके विभाग में लापरवाही की जगह नहीं है.
अलर्ट मोड पर काम करने का निर्देश: नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने ईमानदारी से काम करते हुए अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने निर्देश दिया. साथ ही जलजमाव वाले इलाकों में सुपर सकर लगाकर पानी निकलवाने का आदेश भी दिया. बैठक के दौरान मंत्री जी ने कंकड़बाग, पुनाईचक, पाटलिपुत्रा कॉलोनी, गोसाईं टोला, गांधी मैदान समेत अन्य इलाकों में जलजमाव और जल निकासी की स्थिति की जानकारी ली.
अधिकारियों की छुट्टियां सितंबर तक कैंसिलः इसके साथ नितिन नवीन सितंबर महीने तक सभी अधिकारियों की छुट्टियां कैंसल कर दीं. उन्होंने BUIDCO और नगर निगम को पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करने का निर्देश दिया. बैठक से पहले उन्होंने पाटलिपुत्रा गोलम्बर स्थित कई इलाकों में हुए जलजमाव का जायजा भी लिया.इस दौरान उन्होंने गोसाईं टोला के ड्रेनेज पंपिंग प्लांट का भी निरीक्षण किया और जरूरी दिशा निर्देश दिये.
"जलजमाव के मुख्य कारणों में से एक कम समय में अधिक वर्षा होना है. इसे रोकने के लिए ड्रेनेज पम्पिंग स्टेशन (डीपीएस) पर चल रहे पम्प में कोई भी यांत्रिक या विद्युत त्रुटि नहीं रहे यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही बिजली आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आए, इसको लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए है."- नितिन नवीन, मंत्री, नगर विकास विभाग
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