पटनाः मंगलवार को पटना यूनिवर्सिटी के 108वें स्थापना दिवस पर बिहार के डीजीपी आलोक राज ने छात्रों को अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल सही दिशा में करने का संदेश दिया. स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद डीजीपी ने स्नातक पाठ्यक्रम के 39 गोल्ड मेडलिस्ट को भी सम्मानित किया.
'सही दिशा में करें ऊर्जा का इस्तेमाल': डीजीपी आलोक राज ने अपने विश्वविद्यालय के दिनों की यादें साझा की और विश्वविद्यालय के छात्रों को पूरे मन से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे जब भी विश्वविद्यालय परिसर में लड़ाई झगड़े की घटनाएं अखबार में पढ़ते हैं या कहीं से सुनते हैं, तो काफी दुःख होता है. पटना विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा है और इसे पूरब का ऑक्सफोर्ड कहा जाता रहा है.
" मेरे आने का सबसे बड़ा मकसद यही था कि मैं यूथ को कह सकूं कि आप अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं. यहां के लोगों में बहुत ही ऊर्जा है. मैं बिहारी हूं, मुझे पता है कि बिहारी छात्रों और बिहारी लोगों में कितनी ऊर्जा होती है. आवश्यकता है कि इस ऊर्जा को हम सही ढंग से संचालित करें, संचारित करें." -आलोक राज, डीजीपी, बिहार
'ज्ञान बनाता है महान':डीजीपी आलोक राज ने कहा कि ज्ञान हमें महान बनाता है. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को कोट करते हुए छात्रों से कहा कि कलाम साहब ने बताया है कि 'शिक्षा देती नई कल्पना, कल्पना लाते नए विचार, नए विचारों से मिले ज्ञान, ज्ञान आपको बने महान'.
'रिसर्च को बढ़ावा देना विश्वविद्यालय का लक्ष्य': इस मौके पर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार ने बताया कि 108वें स्थापना दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय में रिसर्च को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा प्लेसमेंट को आगे बढ़ाने के लिए भी काम चल रहा है.
"इस बार प्लेसमेंट के लिए प्लेसमेंट ड्राइव में छात्रों की उपस्थिति उतनी उत्साह जनक नहीं रही है, लेकिन कई निजी संस्थानों सेउनकी बात चल रही है. आने वाले दिनों में सीएसआर के तहत निजी संस्थान की ओर से यहां के बच्चों को यूजी और पीजी कोर्सेज में फेलोशिप मिलेगी."- प्रोफेसर अजय कुमार, कुलपति, पटना विश्वविद्यालय
ये भी पढ़ेंःपटना यूनिवर्सिटी में नामांकन के लिए देना होगा एंट्रेस टेस्ट, राजभवन से अनुमति मिलते ही शुरू होगी प्रक्रिया
पटना कॉलेज के हॉस्टल कैंपस में बमबाजी, फेंके गए देसी बम, 3 थानों की पुलिस कर रही कैंप