पटनाः ससुराल से बेटी गायब हुई तो उसके पिता ने ससुरालवालों के खिलाफ दहेज के लिए हत्या का ही केस दर्ज करा दिया, लेकिन जब पुलिस ने महिला को सकुशल जिंदा बरामद किया तो केस की परत-दर-परत खुलती गयी. झूठा केस दर्ज कराने की घटना पटना जिले के धनरुआ थाना इलाके की है.
29 जुलाई दर्ज कराया केसः जानकारी के मुताबिक धनरूआ थाना क्षेत्र के तेलहाडा निवासी रिकम प्रसाद ने धनरुआ थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई जिसमें उसने अपने दामाद, अपनी बेटी के सास-ससुर और ननद के खिलाफ दहेज के लिए उसकी बेटी रुबिका कुमारी की हत्या करने का आरोप लगाया.
9वें दिन जिंदा मिली रुबिकाः केस दर्ज होने के बाद एक जांच टीम का गठन कर पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की तो इसमें चौंकानेवाला खुलासा हुआ. पुलिस ने सोमवार की शाम को औकरी थाने के पास रिकम प्रसाद की बेटी रूबिका कुमारी पति मुकेश कुमार को जिंदा सकुशल बरामद किया. उसके साथ उसकी बच्ची भी मिली.
सास-ससुर की लड़ाई से थी परेशानः इसके बाद बरामद विवाहिता को प्रथम श्रेणी के दंडाधिकारी नवीन कुमार के समक्ष 164 का बयान कराया गया, जहां पर विवाहिता ने बताया कि सास-ससुर हमेशा आपस में लड़ाई झगड़ा करते थे, जिससे तंग आकर वो अपनी मौसी के घर चली गयी थी. इसी बीच जब जानकारी मिली कि हमारे पिता ने थाने में दहेज हत्या का केस दर्ज कराया है तो हम वापस आ रहे थे.
"विवाहिता के पिता ने धनरूआ थाने में दहेज हत्या में अपनी बेटी को मार देने का सभी ससुराल पशुओं पर केस दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस अनुसंधान के दौरान विवाहिता और उसके बच्चे को जिंदा बरामद किया गया है. पुलिस मामले का अनुसंधान कर रही है."-ललित विजय, थानाध्यक्ष, धनरुआ