पटनाः 19 जुलाई 2024 का दिन बिहार के कलाकारों और फिल्म निर्माताओं के लिए उम्मीदों की नयी रोशनी लेकर आया, जब नीतीश कैबिनेट ने बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति को मंजूरी दे दी. इस फिल्म प्रोत्साहन नीति के तहत बिहार में फिल्मों की शूटिंग पर अनुदान देने का प्रावधान किया गया है.
75 फीसदी शूटिंग पर मिलेगा अनुदानः नीतीश कैबिनेट की हरी झंडी मिलने के बाद बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति-2024 को लेकर विस्तार से जानकारी देते हुए राज्य के कला-संस्कृति मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रदेश में फिल्मों की 75 फीसदी शूटिंग पर राज्य सरकार की ओर से अनुदान दिया जाएगा.
4 करोड़ तक की फिल्मों पर मिलेगा अनुदानः विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इस नीति के तहत फिल्म निर्माताओं को राज्य में 4 करोड़ रुपये की बजट की फिल्मों के आधिकारिक फिल्मांकन पर बिहार सरकार की तरफ से 25 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा जो पूरे देश में सर्वाधिक है.
क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों के लिए 50 फीसदी की छूटः विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार में निर्मित भोजपुरी, मैथिली, मगही ,अंगिका, बज्जिका जैसी भाषाओं की क्षेत्रीय फिल्मों के लिए अनुदान 50 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा, जबकि हिंदी और अंग्रेजी अंग्रेजी भाषा में निर्मित फिल्म के लिए अनुदान की सीमा 25 फीसदी रखी गयी है. इसके अलावा राज्य में 75% से अधिक शूटिंग दिवस वाले फीचर फिल्म को राज्य में प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा. ऐसे फिल्म को प्रत्येक श्रेणी में फिल्म सुविधा प्रकोष्ठ की ओर से 50 लाख रुपये दिए जाएंगे.
"आज मुझे बहुत ही खुशी हो रही है. बहुत लंबे समय से ये मांग उठ रही थी कि बिहार पर आधारित फिल्म बनाई जाती है लेकिन फिल्म की शूटिंग अन्य राज्यों में की जाती है.अब बिहार पर फिल्म बनेगी और बिहार में शूटिंग भी होगी जिससे कि बिहार का विकास होगा और यहां के कलाकारों को लाभ मिलेगा." विजय कुमार सिन्हा, मंत्री, कला-संस्कृति एवं युवा विभाग
'सिंगल विंडों सिस्टम बनाया जाएगा':बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति के तहत फिल्मों के अलावा वृत्तचित्र ,टीवी धारावाहिक और वेब सीरीज के लिए भी अनुदान देय होगा. इस नीति के तहत फिल्म निर्माण और अनुदान भुगतान की प्रक्रिया को सुगम और पारदर्शी बनाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का निर्माण किया जाएगा.
"बिहार ने सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. बॉलीवुड और क्षेत्रीय फिल्मों का स्थल रहा है. बिहार के कई लेखक अभिनेता निर्देशकों ने इस जगत में अपनी पहचान बनाई है.अब इस नीति के माध्यम से बिहार राज्य की अर्थव्यवस्था. रोजगार एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा."विजय कुमार सिन्हा, मंत्री, कला-संस्कृति एवं युवा विभा
'राज्य की सांस्कृतिक विरासत को मिलेगी नयी पहचानः' विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि "बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति का उद्देश्य ये है कि बिहार को फिल्म निर्माण को एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में विकसित किया जाए. इस नीति से जहां निजी निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी वहीं राज्य की पौराणिक, सांस्कृतिक विरासत और समृद्ध परंपराओं की जानकारी फिल्मों के माध्यम से लोगों तक पहुंचेगी. इस नीति से हमारे राज्य के सुंदर, ऐतिहासिक और मनमोहक पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर नयी पहचान भी मिलेगी."
फिल्म नीति की मंजूरी से निर्माताओं-कलाकारों में खुशीः बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति को हरी झंडी मिलने के बाद बिहार में फिल्मों से जुड़े लोगों में खासी खुशी देखी जा रही है. इस उद्योग से जुड़े निर्माताओं और कलाकारों का मानना है कि इससे बिहार की प्रतिभाओं को ऊंची उड़ान तो मिलेगी ही, बिहार में जब शूटिंग होगी तो बिहार की नकारात्मक छवि को लेकर भी लोगों की राय बदलेगी.
ये भी पढ़ेंःऐड शूट के लिए बिहार में बॉलीवुड एक्टर संजय मिश्रा, बोले- पटना में शूटिंग कर लगता है जीवन में सब मिल गया