पटनाः बिहार में जमीन के सर्वे का काम तो हो रहा है लेकिन उसको लेकर लोगों में बड़ा कन्फ्यूजन है.जिस तरह से बिहार में जमीन के सर्वे का काम शुरू हुआ उसको लेकर लोगों में कई तरह के संशय है.सर्वे के फैसले को लेकर एक बड़े वर्ग में नाराजगी भी देखी जा रही है. इस नाराजगी को भांपते हुए सरकार ने अब टोल फ्री नंबर जारी कर लोगों से सुझाव मांगे हैं.
दफ्तर के चक्कर और गर्म होती बाबू की जेबेंः सर्वे को लेकर लोगों में जबरदस्त कन्फ्यूजन है. अपने खाते-खतियान की खोज में लोग सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं तो सरकारी बाबू मालामाल हो रहे हैं. ऐसे में कई जगह से सर्वे को बंद करने की मांग होने लगी थी, जिसके बाद सरकार ने इसे तीन महीनों के लिए टालने की बात कही है.
कई चीजों को लेकर परेशानीः बिहार के 534 अंचलों में जमीन का सर्वे सरकार और आम लोग दोनों के लिए सर दर्द बनने लगा है.हर रोज नई परेशानी सामने आ रही है. सरकार के स्तर से भी नियमों में संशोधन किया जा रहा है. सर्वे में कैथी भाषा को लेकर भी समस्या आ रही है.
विधानसभा चुनाव को लेकर दबाव में सरकारः राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री सर्वे को तीन महीने की टालने की बात जरूर कह रहे हैं लेकिन फिलहाल सर्वे जारी है. सर्वे के काम का विपरीत असर विधानसभा चुनाव पर न पड़े इसको लेकर भी सरकार सजग है. ऐसे में सरकार ने लोगों की नाराजगी को समझते हुए शिकायत या सुझाव वाले विज्ञापन के साथ टोल फ्री नंबर जारी किया है.
18003 456215 पर कहें अपनी बातः सरकार की ओर से जो विज्ञापन जारी किया गया है, उसमें लिखा गया है कि "अगर आपको बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम से संबंधित कोई शिकायत, समस्या या सुझाव हो तो भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय को टोल फ्री नंबर 18003 456215 पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं."
लोगों की नाराजगी समझने की कवायदः सरकार के इस ताजा विज्ञापन से संकेत स्पष्ट है कि सरकार आम लोगों के सुझाव और शिकायत को जानना और समझना चाहती है. सरकार आम लोगों को नाराज किए बिना उनसे फीडबैक लेने के बाद सर्वे को लेकर आगे महत्वपूर्ण कदम उठा सकती है.