पटना: पटना का ऐसा सरकारी स्कूल जिसका अपना कोई भवन नहीं है. यह सामुदायिक भवन में चलता है. इसके बावजूद यह सरकारी विद्यालय ने अपने उत्कृष्ट शिक्षण सुविधाओं और आधुनिकता के माध्यम से प्राइवेट स्कूलों को भी टक्कर दे रहा है. हम बात कर रहे हैं स्कूल खाजपुरा की. यह स्कूल मुसहरी टोला में स्थित है. एक कमरे में चलने वाले इस विद्यालय के बच्चों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं मिल रही हैं.
एक क्लास रूम में सुविधा: यह स्कूल सामुदायिक भवन के मात्र एक कमरे में पहली से पांचवीं तक की क्लास चलती है. इस विद्यालय के बच्चों को एसी और टीवी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं यहां बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उपलब्ध हैं. निजी स्कूलों में जहां ऐसी सुविधाओं के लिए भारी फीस देनी पड़ती है. वहीं, इस स्कूल में सब कुछ निशुल्क है. बच्चों के लिए सीसीटीवी, एसी और स्मार्ट क्लास की व्यवस्था प्राचार्य उषा कुमारी के सतत प्रयासों का परिणाम है.
![खाजपुरा सरकारी स्कूल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16-08-2024/22223792_school1.jpg)
टीवी माध्यम से बच्चों को पढ़ाई: यह स्कूल किसी निजी विद्यालय से कम नहीं है. यहां बच्चों को वही सुविधाएं मिल रही हैं, जो आमतौर पर प्राइवेट स्कूल के बच्चे पाते हैं. खाली समय में टीवी माध्यम से बच्चों को पढ़ाई कराई जाती है. स्कूल की दीवारों को इस तरह सजाया गया है कि कक्षा एक या दो के बच्चे इसे देखकर अंकों की पहचान, सप्ताह के दिन और गिनती या पहाड़ा आसानी से सीख सकते हैं. 2014 में एसी लगाया गया इससे क्लास में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी से राहत मिलती है.
2009 से सामुदायिक भवन में चल रहा स्कूल: प्रिंसिपल उषा ने बताया कि 2009 से यह स्कूल सामुदायिक भवन में चल रहा है. सरकारी विद्यालय के मेंटेनेंस के लिए जो फंड मिलता है उसे फंड से दीवारों पर बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए पेंटिंग कराई गई और पेंटिंग में अलग-अलग प्रकार के इंग्लिश में भूगोल के चित्र बनवाए गए हैं. इसके साथ एलसीडी टीवी लगाया गया है. टीवी के माध्यम से बच्चों को पोयम अंकों की पहचान कराई जाती है और बच्चे टीवी पर देख करके अच्छे तरीके से समझ जाते हैं.
![पटना का सरकारी स्कूल बना स्मार्ट](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16-08-2024/22223792_school.jpg)
"स्कूल की तमाम सुविधाएं सरकार से मिले फंड से ही उपलब्ध कराई गई हैं. उन्हीं पैसों से टीवी, एसी और कैमरे लगाए गए हैं और नई बेंच-डेस्क भी उपलब्ध कराई गई हैं. इस गर्मी में बच्चों को क्लास रूम में एसी से ठंडक मिलती है जिससे कि बच्चों को पढ़ने में मन लगता है."-उषा कुमारी, प्राचार्य
प्रिंसिपल के सार्थक प्रयास का नतीजा: इस सरकारी विद्यालय की प्रशंसा इसलिए भी की जाती है कि यहां शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाता है. बच्चों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न सह-पाठयक्रम गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है. इस विद्यालय में तीन शिक्षिका है. इस विद्यालय की प्रधानाध्यापक उषा कुमारी के प्रयास से मॉडर्न क्लास बन चुका है.
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