पटनाः बिहार में डायल 112 पिछले दो सालों से कार्य कर रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस आपातकालीन सुविधा की शुरुआत की थी और तब से इसका बड़ा लाभ लोगों को मिलता आ रहा है. किसी तरह के आपातकाल में डायल 112 की टीम कार्यरत रहती है और सुविधा पहुंचाने का काम करती है. उसी कड़ी में बिहार पुलिस मुख्यालय ने डायल 112 के जरिये महिलाओं के लिए खास सुविधा शुरू करने का एलान किया है.
'महिला सुरक्षित सफर सुविधा': बिहार पुलिस अब डायल 112 के माध्यम से महिलाओं के लिए 15 सितंबर से पूरे राज्य में 'महिला सुरक्षित सफर सुविधा' शुरू करने जा रही है. इस सेवा के जरिये राज्य की सभी महिलाओं को सफर के दौरान असहज महसूस करने पर सहायता प्रदान की जाएगी और उसे उसके गंतव्य स्थान तक निःशुल्क सुरक्षित पहुंचाया जाएगा. बिहार देश का तीसरा ऐसा राज्य होगा जहां इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध होगी.
'15 सितंबर से 24X7 मिलेगी सुविधा': महिलाओं के लिए खास सुविधा की जानकारी देते हुए तकनीकी सेवा और वितंतु विभाग के एडीजी निर्मल कुमार आजाद ने बताया कि बिहार में 15 सितंबर से महिलाओं को सफर के दौरान असहज महसूस करने पर आवागमन की सुविधा डायल 112 के जरिये प्रदान की जाएगी. 24X7 दी जानेवाली इस सेवा का नाम 'महिला सुरक्षित सफर सुविधा' रखा गया है और ये पूरी तरह फ्री होगी.
"इसके तहत कोई भी महिला कभी भी और कहीं भी यदि यात्रा करना चाह रही हैं और खुद को सुरक्षित महसूस करने के लिए पुलिस की सहायता चाहती है तो फोन करने पर हमलोग सुविधा मुहैया कराएंगे.इसके लिए उन्हें 112 डायल करना होगा और फिर 112 की टीम उनसे कुछ जरूरी सूचना लेकर जब तक वो सफर करती रहेंगी 112 की टीम तकनीकी रूप से जुड़ी रहेगी."- निर्मल कुमार आजाद, एडीजी, तकनीकी सेवा और वितंतु विभाग
गंतव्य स्थान तक पहुंचाएगी टीम : सफर के दौरान सहायता मांगने पर महिलाओं को C_ DAC तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी. जिसके तहत पूरी यात्रा के दौरान डायल 112 की टीम महिला के कांटैक्ट में रहेगी. वही नियमित अंतराल पर सुरक्षा का जायजा भी टीम लेगी और जब तक महिला सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचेगी तब तक 112 की टीम निगरानी रखेगी.
"दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ के अवसर पर महिलाओं का आवागमन बढ़ जाता है.पर्व-त्योहार से जुड़ी की खरीदारी के लिए महिलाएं देर रात तक यात्रा करती हैं. ऐसे में बिहार पुलिस महिलाओं को सुरक्षित सफर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ये सेवा शुरू करने जा रही है. इस सेवा के शुरू होने के बाद महिलाएं सफर के दौरान खुद को सुरक्षित महसूस कर सकेंगी."निर्मल कुमार आजाद, एडीजी, तकनीकी सेवा और वितंतु विभाग
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