पटनाः लेखिका अरुंधति रॉय और कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन के खिलाफ जहां दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी में जुटी है वहीं इस मामले को लेकर वाम दलों ने गुरुवार को देश भर में प्रदर्शन किया. पटना के मसौढ़ी में भी सीपीआईएमएल ने विरोध दिवस मनाया और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
'लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश': मसौढ़ी में विरोध दिवस मनाते हुए सीपीआईएमएल के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और केंद्र सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया. सीपीआईएमएल के राज्य कमेटी सदस्य कमलेश कुमार ने कहा कि "अरुंधति रॉय और शेख शौकत हुसैन के खिलाफ UAPA के तहत केस चलाने की अनुमति देकर दिल्ली के उपराज्यपाल ने लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश की है."
"यह अभिव्यक्ति की आजादी पर पर हमला है जिसे सहन नहीं किया जाएगा. हमारी मांग है कि UAPA के तहत दर्ज सभी मुकदमे वापस लिए जाएं. दिल्ली के उपराज्यपाल को बर्खास्त किया जाए और सभी राजनीतिक बंदियों को बिना शर्त रिहा किया जाए." कमलेश कुमार, राज्य कमेटी सदस्य, सीपीआईएमल
चार्जशीट की तैयारीः इस मामले में दिल्ली पुलिस आने वाले सप्ताह में चार्जशीट दाखिल कर सकती है. लेखिका अरुंधति रॉय और कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन पर कश्मीर को लेकर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. जानकारी के मुताबिक 21 अक्टूबर 2010 को दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में अरुंधति रॉय और शेख शौकत हुसैन ने भी शिरकत की थी. आरोप है कि इस कार्यक्रम के दौरान ही दोनों लोगों ने कश्मीर को लेकर भड़काऊ भाषण दिया था.
ये भी पढ़ेंःभड़काऊ भाषण मामले में अरुंधति रॉय और शेख शौकत हुसैन पर 13 साल बाद चलेगा मुकदमा, एलजी ने दी मंजूरी