पटनाः बिहार के पटना जिले के मसौढ़ी उपकारा में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने जांच की मांग की है. अधिवक्ताओं का कहना है कि जेल में संचालित बंदी कल्याण योजनाओं में भारी लूट-खसोट मची है और सरकार को इसकी उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए.
एसडीएम को सौंपा ज्ञापनः जेल में अनियमितता का आरोप लगाते हुए मसौढ़ी अधिवक्ता संघ ने एसडीएम को लिखित ज्ञापन सौंपा. अधिवक्ता संघ ने एसडीएम से जांच दल का गठन कर जेल के औचक निरीक्षण की मांग की. इस मामले पर एसडीएम ने कहा कि जल्द ही इस दिशा में उचित कार्रवाई होगी. ज्ञापन देनेवाली टीम में अधिवक्ता राकेश कुमार, महेंद्र सिंह अशोक, मुरारी प्रसाद, चंद्रकेत सिंह चंदेल शामिल थे.
'बिना पैसे के नहीं होता कोई काम': मसौढ़ी अधिवक्ता संघ के महासचिव राकेश कुमार ने आरोप लगाया कि "जेलकर्मियों ने जेल में लूट मचा रखी है. वकालतनाम और अंगुठा लगाने में बिना पैसा लिये कोई काम नही होता है,जिससे बंदियों के परिजनों को काफी परेशानी हो रही है.इसके अलावा बंदी कल्याण योजना के तहत बंदियों की मिलनेवाली सुविधाओं मे काफी कमी है."
"जेल के अंदर बने अस्पताल में चिकित्सक नही आते हैं पुस्तकालय,बंदियों के खेल के सामान, जेल मैन्युअल के अनुसार भोजन आदि में भारी अनियमितता है. ऐसे में अधिवक्ता संघ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करता है कि इसकी जांच की जाए और जेल में जारी अनियमितता पर रोक लगाई जाए."महेंद्र सिंह अशोक, पूर्व अध्यक्ष, अधिवक्ता संघ, मसौढ़ी
'होगी उचित कार्रवाईः' जेल में अनियमितता के आरोपों पर एसडीएम अमित कुमार पटेल ने कहा कि अधिवक्ता संघ ने जेल की कई योजनाओं में लूट-खसोट का आरोप लगाया है. प्रशासन ने इन आरोपों को गंभीरता से लिया है और जल्द ही इस दिशा में उचित कार्रवाई होगी.
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