पटना: जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव पिछले कुछ समय से पूर्णिया लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. 'प्रणाम पूर्णिया' नाम से उनका कैंपेन चल रहा है. चर्चा है कि कांग्रेस कोटे से उनको महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. हालांकि ये भी खबर है कि इसके लिए राष्ट्रीय जनता दल तैयार नहीं है. जिस वजह से पेंच फंसा हुआ है. हालांकि मंगलवार रात को पप्पू ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात कर दोनों को मनाने की कोशिश की.
लालू और तेजस्वी से मिले पप्पू यादव: जाप प्रमुख पप्पू यादव ने खुद सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर कर जानकारी दी है कि उन्होंने लालू और तेजस्वी से मुलाकात है. पप्पू ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर बताया कि पितातुल्य लालू यादव और भाई तेजस्वी यादव से मुलाकात की है. बिहार में इंडिया गठबंधन की 100 फीसदी कामयाबी और बीजेपी को शून्य पर आउट करने की रणनीति पर चर्चा हुई है.
लालू से मिलकर क्या बोले पप्पू?: जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने कहा, मेरी तैयारी सभी सीटों पर है. पूर्णियां मेरी लाइफलाइन है. मैं हर व्यक्ति के दिल में हूं और हर परिवार मेरे दिल में है. इंडिया गठबंधन के अलावा मैं और किसी पार्टी के बारे सोच भी नहीं सकता.
"आरजेडी को आगे बढ़ाना मेरा दायित्व है. तेजस्वी यादव ने जो विश्वास पैदा किया है, वह काफी बेहतर है. मैं 2025 में चाहूंगा की वे (तेजस्वी) मजबूती के साथ सरकार बनाएं. लालू जी के साथ कभी कोई नाराजगी नहीं रही है. हमारे बीच कोई दूरियां नहीं रही है. लालू जी से मेरा दिल का रिश्ता रहा है और वह आजीवन रहेगा."- पप्पू यादव, पूर्व सांसद
पूर्णिया में पप्पू की दमदार दावेदारी: पप्पू यादव पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. 'प्रणाम पूर्णिया' नाम से लगातार वह कैंपेन चला रहे हैं, जिसका लोगों में जबरदस्त रिस्पॉन्स देखने को मिल रहा है. 9 मार्च को जब उन्होंने रंगभूमि मैदान में 'प्रणाम पूर्णिया' महारैली का आयोजन किया तो उसमें लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी. पप्पू ने 5 लाख लोगों के शामिल होने का दावा किया है. वहीं, 26 अप्रैल को भी पूर्णिया में पूर्ण परिवर्तन रैली का आयोजन होगा.
पप्पू से लालू परिवार की नाराजगी: पप्पू यादव मधेपुरा सीट से दो बार आरजेडी के सिंबल पर लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. हालांकि बाद में लालू परिवार से मतभेद के कारण उनको पार्टी छोड़ना पड़ा. 2015 में तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के विधानसभा चुनाव लड़ने पर उन्होंने जिस तरह के बयान दिए थे, उससे आज भी लालू परिवार खासा नाराज है. पप्पू ने कहा था कि अगर लालू यादव के बेटे चुनाव जीत जाएंगे तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे. हालांकि रिजल्ट आने के बाद उन्होंने अपने बयान को वापस भी ले लिया लेकिन रिश्ते में खटास कम नहीं हुई.
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