पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के पवई थाने में पदस्थ दो पुलिसकर्मियों पर रिश्वत मांगने के आरोप में पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्रवाई की गई है. दरअसल, पवई क्षेत्र के निर्माणाधीन बाईपास में मिट्टी लेकर जा रहे दो डंपरों को पुलिस ने पकड़ लिया था. फिर छोड़ने के एवज में 60 हजार रिश्वत की मांग की गई थी. इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
पुलिसकर्मियों ने पकड़े थे दो डंपर
17 मई 2024 को रवि शंकर जायसवाल रोड निर्माण कंपनी के जनरल मैनेजर आकाश चौरसिया ने पुलिस अधीक्षक पन्ना को लिखित शिकायत की थी. शिकायत में उन्होंने बताया था कि पवई बाईपास निर्माण कार्य के लिए दिनांक 15 मई 2024 को उनके दो डंपर मिट्टी को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट कर रहे थे. उसी समय शाम को 5 बजे पवई थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों ने दोनों डंपरों को पकड़ लिया. एक डंपर को थाने में खड़ा कर लिया गया व दूसरे डंपर को साइड में खड़ाकर चाबी निकाल कर पुलिसकर्मी ले गए.
प्रधान आरक्षक ने मांगे 60 हजार रुपए
आकाश चौरसिया ने आवेदन में बताया कि, ''पुलिसकर्मियों ने रोड निर्माण कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को थाने में मिलने के लिए कहा. जब साइट इंचार्ज मनीष कुमार ने थाने में पहुंचकर बात की तो प्रधान आरक्षक गणेश सिंह ने कहा कि थाना प्रभारी संबंधी डील मैं ही करता हूं. 30-30 हजार लगेंगे और डंपर छोड़ दिए जाएंगे. यह बात जब मैनेजर के पास पहुंची तो उन्होंने कहा पैसे बहुत ज्यादा हैं और हमारे पास काम करने की कलेक्टर पन्ना से परमिशन है. साथ ही हमारे सभी दस्तावेज भी कंप्लीट हैं, आप उनसे पूछ सकते हैं.''
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रिश्वत मांगने वाले पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
आकाश ने बताया कि, ''तब तक डंपरों को पकड़े हुए 24 घंटे से ज्यादा हो गए थे. फिर जप्ती के कागजात मांगने पर 16 मई को 15 की तारीख का पंचनामा बनाकर ड्राइवर के हस्ताक्षर कराए गए.'' इस मामले की शिकायत मिलने पर पन्ना पुलिस अधीक्षक के द्वारा पवई थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक गणेश सिंह व आरक्षक प्रेम नारायण प्रजापति को निलंबित कर दिया गया. साथ ही थाना प्रभारी को आदेशित किया गया कि तुरंत ही इन्हें पुलिस लाइन पन्ना भेजा जाए.