पन्ना। जिले के पवई क्षेत्र स्थित पटोरी गांव में दहशत फैली है. पूरे गांव में उल्टी-दस्त का प्रकोप है. बुधवार रात अचानक 3 बच्चों की तबियत बिगड़ गई. परिवार वालों को अस्पताल पहुंचने का भी मौका नहीं मिला. तीनों बच्चों की मौत हो गई. गांव में अभी भी कई लोग बीमार हैं. ग्राम पटोरी के आदिवासी मोहल्ला में मातम पसरा है. इससे पहले मंगलवार को एक मासूम की मौत हो चुकी है. वहीं, बुधवार रात्रि एक ही परिवार मुन्नीलाल आदिवासी के अशोक उम्र 14 वर्ष, उपासना 11 वर्ष एवं सीमा 6 वर्ष की उल्टी दस्त से मौत हो गई.
बीमार लोगों को पवई अस्पताल भेजा गया
जानकारी लगते ही स्वास्थ्य टीम मौके पर पहुंची. साथ ही मोहल्ले में बीमार लगभग एक दर्जन लोगों को 108 एंबुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पवई लाया गया, जहां इलाज जारी है. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बीमार लोगों के भोजन एवं पानी के सैंपल लिए गए हैं. इस घटना से पूरे क्षेत्र में मातम एवं भय का माहौल व्याप्त है. अभी ये पता नहीं चल सका है बच्चों की मौत का कारण क्या है. परिवार वालों का कहना है कि उल्टी-दस्त लगने के बाद वे लोग अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इससे पहले ही बच्चे हमेशा के लिए खामोश हो गए.
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ग्राम पटोरी में स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात
वहीं, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर विवेक कुमार का कहना है "बीमार लोगों का इलाज किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में तैनात है." बता दें कि बारिश के मौसम में दूषित पानी और बासा भोजन करने से उल्टी-दस्त की शिकायतें बढ़ रही हैं. इससे हले भी कई गांवों में उल्टी-दस्त का प्रकोप सामने आया है. इसके साथ ही गांवों में इन दिनों वायरल फीवर भी तेजी से फैल रहा है. डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि स्वच्छ जल ही पीएं. इसके साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.