ETV Bharat / state

पन्ना में मौजूद एक ऐसी मस्जिद, जहां सिर्फ एक ही मुस्लिम परिवार अता करता है नमाज, जानें वजह... - Panna Historical Mosque

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 30, 2024, 9:17 PM IST

Updated : Aug 30, 2024, 9:35 PM IST

पन्ना के गांव रानीपुर में चरखारी रियासत में आज भी 200 साल पुरानी मस्जिद मौजूद है. इस मस्जिद में सिर्फ एक ही मुस्लिम परिवार नमाज अता करता है. यह मस्जिद दिन ब दिन जर्जर होती जा रही है. पढ़िए क्या है इस मस्जिद का इतिहास और क्यों एक ही परिवार यहां नमाज अता करता है.

ANNA HISTORICAL MOSQUE
पन्ना में मौजूद एक ऐसी मस्जिद (ETV Bharat)

पन्ना: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के एक गांव में लगभग 200 साल पुरानी एक ऐसी ऐतिहासिक मस्जिद मौजूद है, जहां सिर्फ एक मुस्लिम परिवार नवाज पढ़ता है. खास बात ये है कि गांव में सिर्फ एक ही मुस्लिम परिवार रहता है. ये मस्जिद चरखारी रियासत के ग्राम रानीपुर में बनी हुई है. बताया जाता है कि इस मस्जिद का इतिहास महाराज छत्रसाल से जुड़ा हुआ है.

पन्ना के मस्जिद में एक परिवार अता करता है नमाज (ETV Bharat)

गांव में इकलौता मुस्लिम परिवार

जिले की पन्ना जनपद पंचायत की कृष्णा कल्याणपुर ग्राम पंचायत के रानीपुर गांव में करीब 200 साल पुरानी चरखारी रियासत के समय बनी ऐतिहासिक मस्जिद मौजूद है. खास बात ये है कि रानीपुर गांव में सिर्फ एक ही मुस्लिम परिवार रहता है. गांव में कोई दूसरा मुस्लिम परिवार नहीं है. गांव में पिछली चार पीढ़ियों से इकलौता चांद खान का परिवार रहता है. इस मस्जिद में सिर्फ उनका परिवार नवाज अता करता है. चांद खान बताते हैं कि उनकी तीन से चार पीढ़ियां यहां पर निवासरत थी, जो यहां पर नवाज अता करती थी और गांव में कोई और मुस्लिम परिवार नहीं है. ये ऐतिहासिक मस्जिद है और इसका संरक्षण जरूरी है, क्योंकि ये दिन ब दिन जर्जर होती जा रही है.

गांव के आसपास हीरे का भंडार

ये गांव चारों तरफ से पन्ना टाइगर रिजर्व से घिरा हुआ है. राजा की रियासत के समय यहां कोतवाली और तहसील भी संचालित होती थी. यहां पर सुंदर एवं भव्य राधा कृष्ण का मंदिर स्थापित है. जिसमें सुंदर बावड़ी बनी हुई है. जिसमें कभी पानी कम नहीं होता है. इस गांव की एक विशेषता ये भी है कि ये गांव हीरे के लिए विख्यात है. गांव से लगा सरकोहा गांव है. जहां पर बड़े और बेशकीमती हीरे मिलते हैं.

Panna 200 Years Old Mosque
पन्ना के रानीपुर में एतिहासिक मस्जिद (ETV Bharat)

क्या कहते है जानकार

इतिहासकार सूर्यभान सिंह परमार बताते हैं कि 'महाराजा छत्रसाल के दो पुत्र हृदयशाह और जगतराज थे. छोटे पुत्र जगतराज को बंटवारे में चरखारी, जैतपुर और अजयगढ़ रियासत मिली थी. जिसमें रानीपुर, सरकोहा और पटी गाव आते थे. गांंव के बुजुर्ग बताते हैं कि हमारे पूर्वजों ने बताया कि राजशाही के समय यहां पहले कोतवाली और तहसील भी संचालित होती थी. राजाओं के द्वारा भी यहां राधा कृष्ण का भव्य और विशाल मंदिर बनवाया गया था. तत्कालीन राजा ने ही मुस्लिम घुड़सवार सैनिकों के लिए राजा ने गांव में मस्जिद की स्थापना करवाई थी.

यहां पढ़ें...

विदिशा का बीजा मंडल पुलिस छावनी में तब्दील, नागपंचमी पर ताला खुलेगा या बाहर से ही होगी पूजा

धार भोजशाला को लेकर जमीयत उलेमा का दावा, यहां मौजूद थी कमाल मौला मस्जिद, सबूत मौजूद

इतिहासकार आगे बताते हैं कि 1730 के लगभग औरंगजेब की सेना से बगावत कर बांके खा नामक सैनिक उनके खेमे में आग लगाकर करीब 300 सैनिकों के साथ महाराजा छत्रसाल की सेना में शामिल हुआ था. जिसमें कई मुस्लिम सैनिक और घुड़सवार भी शामिल थे. शायद उसी के किसी वंशज के लिए महाराज द्वारा यहां पर मस्जिद बनवाई गई हो.'

पन्ना: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के एक गांव में लगभग 200 साल पुरानी एक ऐसी ऐतिहासिक मस्जिद मौजूद है, जहां सिर्फ एक मुस्लिम परिवार नवाज पढ़ता है. खास बात ये है कि गांव में सिर्फ एक ही मुस्लिम परिवार रहता है. ये मस्जिद चरखारी रियासत के ग्राम रानीपुर में बनी हुई है. बताया जाता है कि इस मस्जिद का इतिहास महाराज छत्रसाल से जुड़ा हुआ है.

पन्ना के मस्जिद में एक परिवार अता करता है नमाज (ETV Bharat)

गांव में इकलौता मुस्लिम परिवार

जिले की पन्ना जनपद पंचायत की कृष्णा कल्याणपुर ग्राम पंचायत के रानीपुर गांव में करीब 200 साल पुरानी चरखारी रियासत के समय बनी ऐतिहासिक मस्जिद मौजूद है. खास बात ये है कि रानीपुर गांव में सिर्फ एक ही मुस्लिम परिवार रहता है. गांव में कोई दूसरा मुस्लिम परिवार नहीं है. गांव में पिछली चार पीढ़ियों से इकलौता चांद खान का परिवार रहता है. इस मस्जिद में सिर्फ उनका परिवार नवाज अता करता है. चांद खान बताते हैं कि उनकी तीन से चार पीढ़ियां यहां पर निवासरत थी, जो यहां पर नवाज अता करती थी और गांव में कोई और मुस्लिम परिवार नहीं है. ये ऐतिहासिक मस्जिद है और इसका संरक्षण जरूरी है, क्योंकि ये दिन ब दिन जर्जर होती जा रही है.

गांव के आसपास हीरे का भंडार

ये गांव चारों तरफ से पन्ना टाइगर रिजर्व से घिरा हुआ है. राजा की रियासत के समय यहां कोतवाली और तहसील भी संचालित होती थी. यहां पर सुंदर एवं भव्य राधा कृष्ण का मंदिर स्थापित है. जिसमें सुंदर बावड़ी बनी हुई है. जिसमें कभी पानी कम नहीं होता है. इस गांव की एक विशेषता ये भी है कि ये गांव हीरे के लिए विख्यात है. गांव से लगा सरकोहा गांव है. जहां पर बड़े और बेशकीमती हीरे मिलते हैं.

Panna 200 Years Old Mosque
पन्ना के रानीपुर में एतिहासिक मस्जिद (ETV Bharat)

क्या कहते है जानकार

इतिहासकार सूर्यभान सिंह परमार बताते हैं कि 'महाराजा छत्रसाल के दो पुत्र हृदयशाह और जगतराज थे. छोटे पुत्र जगतराज को बंटवारे में चरखारी, जैतपुर और अजयगढ़ रियासत मिली थी. जिसमें रानीपुर, सरकोहा और पटी गाव आते थे. गांंव के बुजुर्ग बताते हैं कि हमारे पूर्वजों ने बताया कि राजशाही के समय यहां पहले कोतवाली और तहसील भी संचालित होती थी. राजाओं के द्वारा भी यहां राधा कृष्ण का भव्य और विशाल मंदिर बनवाया गया था. तत्कालीन राजा ने ही मुस्लिम घुड़सवार सैनिकों के लिए राजा ने गांव में मस्जिद की स्थापना करवाई थी.

यहां पढ़ें...

विदिशा का बीजा मंडल पुलिस छावनी में तब्दील, नागपंचमी पर ताला खुलेगा या बाहर से ही होगी पूजा

धार भोजशाला को लेकर जमीयत उलेमा का दावा, यहां मौजूद थी कमाल मौला मस्जिद, सबूत मौजूद

इतिहासकार आगे बताते हैं कि 1730 के लगभग औरंगजेब की सेना से बगावत कर बांके खा नामक सैनिक उनके खेमे में आग लगाकर करीब 300 सैनिकों के साथ महाराजा छत्रसाल की सेना में शामिल हुआ था. जिसमें कई मुस्लिम सैनिक और घुड़सवार भी शामिल थे. शायद उसी के किसी वंशज के लिए महाराज द्वारा यहां पर मस्जिद बनवाई गई हो.'

Last Updated : Aug 30, 2024, 9:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.