कवर्धा: रोड नहीं तो वोट नहीं के नारों के साथ पंडरिया विधानसभा के सैकड़ों ग्रामीण कवर्धा कलेक्ट्रेट पहुंचे और लोकसभा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी. ग्रामीणों ने कहा कि रोड नहीं होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. किसी के बीमार होने पर मरीज को अस्पताल ले जाने में काफी परेशानी होती है.
लोकसभा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी: कबीरधाम जिले के पंडरिया विकासखण्ड क्षेत्र ग्राम पंचायत पालवे अंतर्गत चार गांव बांधी, पालवी, अमलीडीह, कौडिया आते हैं. इस गांव में लगभग पांच सौ से अधिक परिवार रहते हैं. गांव वालों का आरोप है कि गांवों को आपस में जोड़ने वाली व गांव को मुख्य मार्ग तक जोड़ने वाली सड़क अब तक नहीं बनी है. जो मुरुम वाली सड़क बनी है वह भी अधूरी पड़ी हैं. गांव के लोगों को एक गांव से दूसरे गांव जाने या शहर जाने के लिए ऊबड़ खाबड़ रोड का ही सहारा लेना पड़ता है. बारिश के दिनों में परेशानी और बढ़ जाती है.
30 साल पहले सड़क बनी थी, उसके बाद से दोबारा कभी सड़क नहीं बनी है. बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. एंबुलेंस गांव नहीं आ पाती. रोड नहीं बनेगी तो वोट नहीं देंगे. आचार संहिता के कारण अगर अभी रोड नहीं बनेगी तो लिखित में दें तभी मानेंगे. -बलराम चंद्राकर, ग्रामीण
रोड नहीं आने से बहुत परेशानी है. बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. स्कूल वाले कहते हैं कि बस गांव तक नहीं पहुंच सकती. -छोटू राम चंद्राकर, ग्रामीण
इधर प्रशासन ने एक बार रटा रटाया जवाब देते हुए सरकार तक नाराज गांव वालों की बात पहुंचाने की बात कही और मामले से पल्ला झाड़ लिया.
ग्राम पालवे के ग्रामीण ड़क निर्माण की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपे हैं. उनकी मांग शासन स्तर पर भेज दी गई है. आदेश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. - आकांक्षा नायक, संयुक्त कलेक्टर
वोट लेकर भूल जाते हैं नेता: ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाया कि कई बार प्रशासन, विधायक, सांसद को सड़क निर्माण के लिए मांग कर चुके हैं लेकिन नेता सिर्फ वोट मांगने गांव आते हैं. उसके बाद कोई नजर नहीं आता. इस वजह से गांव वाले इस बार आर पार के मूड़ में हैं. रोड नहीं बनाने पर गांव के लोग वोट नहीं देंगे.