ETV Bharat / state

राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को पल्लवी पटेल का समर्थन! अब क्या होगी अखिलेश यादव की रणनीति?

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatra) आज यूपी में प्रवेश करेगी. दोपहर तीन बजे के आसपास यात्रा चंदौली में प्रवेश करेगी. इसी बीच पल्लवी पटेल ने बनारस में इस यात्रा में शामिल होने की बात कही है.

पे्
पे्ि
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 16, 2024, 11:53 AM IST

Updated : Feb 16, 2024, 12:04 PM IST

वाराणसी : राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अब राजनीतिक भूचाल लाने की तैयारी में है. राहुल गांधी की यात्रा बनारस में जैसे ही शुरू होगी, उसी समय इंडिया गठबंधन में कई सवाल उठने शुरू हो जाएंगे. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस यात्रा में अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल शामिल होने जा रही हैं. ऐसे में सवाल ये उठने लगे हैं कि समाजवादी पार्टी का साथ दे रहीं पल्लवी क्या अखिलेश यादव से बिना सलाह के अपने फैसले ले रहीं हैं. अभी तक समाजवादी पार्टी ने इस यात्रा में मंच साझा नहीं किया है. अखिलेश खुद राहुल गांधी के साथ मंच पर खड़े होने से दूरी बनाते दिखे हैं. वहीं राज्यसभा चुनाव को लेकर भी पल्लवी पटेल अपनी नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं.

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन करेंगे राहुल : जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव आ रहा है चुनावी रंग गहराता जा रहा है. उत्तर प्रदेश में इसका सबसे अधिक असर दिखने वाला है. वजह है कि यहां पर 80 लोकसभा सीटें हैं. यहां पर जिसने बाजी मारी वही पूरे चुनाव में खेल कर पाता है. ऐसे में सभी पार्टियां इसी तैयारी में जुटी हैं कि किसी भी तरह से वे ज्यादा से ज्यादा सीटें निकाल लें. इसी क्रम में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बनारस में पहुंच रही है. यहां से वे अपने समर्थकों के साथ रैली निकालेंगे और एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. एक तरीके से माना जाए तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे. उनकी इस कोशिश को बल देने के लिए अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल भी रैली में शामिल होने जा रहीं हैं. इसके बाद अब सवाल समाजवादी पार्टी को लेकर उनके गठबंधन पर उठने लगे हैं.

प्रयागराज तक यात्रा में शामिल होंगी पल्लवी पटेल : अपना दल (कमेरावादी) के जिलाध्यक्ष गगन प्रकाश का कहना है कि हमने विधानसभा वार इस यात्रा को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. वाराणसी के रोहनियां और सेवापुरी विधानसभा से होकर यात्रा गुजरेगी. यहां पार्टी के कार्यकर्ता भारी संख्या में स्वागत करेंगे. पल्लवी पटेल गौदोलिया चौराहे से राहुल के न्याय यात्रा और रोड शो को ज्वाइन करेंगी. इसके साथ ही अपने समर्थकों के साथ राहुल गांधी का मंच भी साझा करेंगी. वाराणसी से निकलने के बाद वे भदोही और प्रयागराज तक राहुल गांधी की इस यात्रा में शामिल रहेंगी. वाराणसी में लक्सा, रथयात्रा, मंडुआडीह. इसके साथ ही चंदौली लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले चांदपुर, लोहता इलाके में वे यात्रा को समर्थन देती हुई दिखाई देंगी. इसके बाद वे यात्रा के साथ ही प्रयागराज जाएंगी.



पल्लवी ने सिराथू से दर्ज की थी जीत : पल्लवी पटेल दिग्गज नेता रहे सोनेलाल पटेल की बेटी हैं. उनकी बड़ी बहन अनुप्रिया पटेल केंद्रीय मंत्री हैं. साल 2022 में हुए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पल्लवी पटेल ने प्रयागराज की सिराथू विधानसभा सीट से केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की थी, जिससे उनका कद बढ़ा था. ऐसे में सपा से उनकी पार्टी के अच्छे संबंध रहे हैं. मगर बीते दिनों राज्यसभा सीट के लिए सपा के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मुझे समाजवादी पार्टी में रखना है या नहीं इसका फैसला अखिलेश यादव को करना है. सपा पीडीए की बात करती है और उनके साथ ही धोखा कर रही है. गरीबों, दलितों का वोट लेकर उन्हें प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा है.

इस कारण से पड़ सकती है दरार : पल्लवी पटेल ने मीडिया में दिए अपने बयान में साफ कहा है कि वो सपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट नहीं करेंगी, भले ही उनकी सदस्यता ही क्यों न चली जाए. वह इस धोखे में शामिल नहीं होंगी. अब उनके इस बयान के बाद राहुल गांधी की रैली में शामिल होकर यात्रा को समर्थन देने की बात पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. क्योंकि अखिलेश यादव INDIA गठबंधन के सदस्य हैं. उन्होंने खुलकर इस रैली में शामिल होने को लेकर कोई बात नहीं की है और न ही उन्होंने मंच साझा किया है. ऐसे में पल्लवी को इस यात्रा में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव की सहमति लेनी पड़ सकती है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर वे अखिलेश के समर्थन के बिना यात्रा में शामिल होती हैं तो फिर अपना दल (कमेरावादी) और सपा के गठबंधन में दरार पड़ जाएगी. ऐसे में आने वाले चुनाव में सपा की छवि पर असर पड़ सकता है.

आज बनारस आ रहीं प्रियंका गांधी, स्वामी प्रसाद मौर्य भी होंगे शामिल : कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज चंदौली के रास्ते बनारस में पहुंचेगी. आज कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी वाराणसी पहुंचेंगी. वह एयरपोर्ट से निकलकर सीधा चंदौली पहुंचेंगी. कांग्रेस नेता अजय राय का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य भी इस यात्रा का समर्थन देने के लिए वाराणसी पहुंच रहे हैं. राहुल गांधी बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन करने के बाद गोदौलिया में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. बनारस में होने वाली इस यात्रा को लेकर कई बड़े नेता पहुंच चुके हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय और कांग्रेस नेता पीएल पुनिया बनारस में हैं.

साल 2022 में बनारस आई थीं प्रियंका : प्रियंका गांधी साल 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बनारस आई थीं. इस दौरान उन्होंने अखई से चितईपुर चौराहे तक रोड शो किया था. प्रियंका ने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन भी किए थे. उन्होंने कबीरचौरा मठ में प्रवास भी किया था. ऐसे ही साल 2019 में भी प्रियंका गांधी बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए गई थीं. उस दौरान उनके दर्शन को लेकर काफी विवाद हुआ था. संत समाज ने इसका विरोध किया था. इसके साथ ही वाराणसी में एक अधिवक्ता ने कोर्ट में शिकायत भी की थी. प्रियंका साल 2022 के बाद अब वाराणसी आ रहीं हैं. ऐसे में उनके मंदिर जाने पर भी सबकी निगाहें रहने वाली हैं.

यह भी पढ़ें : आज यूपी में प्रवेश करेगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा, कांग्रेस को कितना होगा फायदा ? पढ़िए डिटेल

वाराणसी : राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अब राजनीतिक भूचाल लाने की तैयारी में है. राहुल गांधी की यात्रा बनारस में जैसे ही शुरू होगी, उसी समय इंडिया गठबंधन में कई सवाल उठने शुरू हो जाएंगे. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस यात्रा में अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल शामिल होने जा रही हैं. ऐसे में सवाल ये उठने लगे हैं कि समाजवादी पार्टी का साथ दे रहीं पल्लवी क्या अखिलेश यादव से बिना सलाह के अपने फैसले ले रहीं हैं. अभी तक समाजवादी पार्टी ने इस यात्रा में मंच साझा नहीं किया है. अखिलेश खुद राहुल गांधी के साथ मंच पर खड़े होने से दूरी बनाते दिखे हैं. वहीं राज्यसभा चुनाव को लेकर भी पल्लवी पटेल अपनी नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं.

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन करेंगे राहुल : जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव आ रहा है चुनावी रंग गहराता जा रहा है. उत्तर प्रदेश में इसका सबसे अधिक असर दिखने वाला है. वजह है कि यहां पर 80 लोकसभा सीटें हैं. यहां पर जिसने बाजी मारी वही पूरे चुनाव में खेल कर पाता है. ऐसे में सभी पार्टियां इसी तैयारी में जुटी हैं कि किसी भी तरह से वे ज्यादा से ज्यादा सीटें निकाल लें. इसी क्रम में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बनारस में पहुंच रही है. यहां से वे अपने समर्थकों के साथ रैली निकालेंगे और एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. एक तरीके से माना जाए तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे. उनकी इस कोशिश को बल देने के लिए अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल भी रैली में शामिल होने जा रहीं हैं. इसके बाद अब सवाल समाजवादी पार्टी को लेकर उनके गठबंधन पर उठने लगे हैं.

प्रयागराज तक यात्रा में शामिल होंगी पल्लवी पटेल : अपना दल (कमेरावादी) के जिलाध्यक्ष गगन प्रकाश का कहना है कि हमने विधानसभा वार इस यात्रा को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. वाराणसी के रोहनियां और सेवापुरी विधानसभा से होकर यात्रा गुजरेगी. यहां पार्टी के कार्यकर्ता भारी संख्या में स्वागत करेंगे. पल्लवी पटेल गौदोलिया चौराहे से राहुल के न्याय यात्रा और रोड शो को ज्वाइन करेंगी. इसके साथ ही अपने समर्थकों के साथ राहुल गांधी का मंच भी साझा करेंगी. वाराणसी से निकलने के बाद वे भदोही और प्रयागराज तक राहुल गांधी की इस यात्रा में शामिल रहेंगी. वाराणसी में लक्सा, रथयात्रा, मंडुआडीह. इसके साथ ही चंदौली लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले चांदपुर, लोहता इलाके में वे यात्रा को समर्थन देती हुई दिखाई देंगी. इसके बाद वे यात्रा के साथ ही प्रयागराज जाएंगी.



पल्लवी ने सिराथू से दर्ज की थी जीत : पल्लवी पटेल दिग्गज नेता रहे सोनेलाल पटेल की बेटी हैं. उनकी बड़ी बहन अनुप्रिया पटेल केंद्रीय मंत्री हैं. साल 2022 में हुए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पल्लवी पटेल ने प्रयागराज की सिराथू विधानसभा सीट से केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की थी, जिससे उनका कद बढ़ा था. ऐसे में सपा से उनकी पार्टी के अच्छे संबंध रहे हैं. मगर बीते दिनों राज्यसभा सीट के लिए सपा के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मुझे समाजवादी पार्टी में रखना है या नहीं इसका फैसला अखिलेश यादव को करना है. सपा पीडीए की बात करती है और उनके साथ ही धोखा कर रही है. गरीबों, दलितों का वोट लेकर उन्हें प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा है.

इस कारण से पड़ सकती है दरार : पल्लवी पटेल ने मीडिया में दिए अपने बयान में साफ कहा है कि वो सपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट नहीं करेंगी, भले ही उनकी सदस्यता ही क्यों न चली जाए. वह इस धोखे में शामिल नहीं होंगी. अब उनके इस बयान के बाद राहुल गांधी की रैली में शामिल होकर यात्रा को समर्थन देने की बात पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. क्योंकि अखिलेश यादव INDIA गठबंधन के सदस्य हैं. उन्होंने खुलकर इस रैली में शामिल होने को लेकर कोई बात नहीं की है और न ही उन्होंने मंच साझा किया है. ऐसे में पल्लवी को इस यात्रा में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव की सहमति लेनी पड़ सकती है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर वे अखिलेश के समर्थन के बिना यात्रा में शामिल होती हैं तो फिर अपना दल (कमेरावादी) और सपा के गठबंधन में दरार पड़ जाएगी. ऐसे में आने वाले चुनाव में सपा की छवि पर असर पड़ सकता है.

आज बनारस आ रहीं प्रियंका गांधी, स्वामी प्रसाद मौर्य भी होंगे शामिल : कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज चंदौली के रास्ते बनारस में पहुंचेगी. आज कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी वाराणसी पहुंचेंगी. वह एयरपोर्ट से निकलकर सीधा चंदौली पहुंचेंगी. कांग्रेस नेता अजय राय का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य भी इस यात्रा का समर्थन देने के लिए वाराणसी पहुंच रहे हैं. राहुल गांधी बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन करने के बाद गोदौलिया में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. बनारस में होने वाली इस यात्रा को लेकर कई बड़े नेता पहुंच चुके हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय और कांग्रेस नेता पीएल पुनिया बनारस में हैं.

साल 2022 में बनारस आई थीं प्रियंका : प्रियंका गांधी साल 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बनारस आई थीं. इस दौरान उन्होंने अखई से चितईपुर चौराहे तक रोड शो किया था. प्रियंका ने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन भी किए थे. उन्होंने कबीरचौरा मठ में प्रवास भी किया था. ऐसे ही साल 2019 में भी प्रियंका गांधी बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए गई थीं. उस दौरान उनके दर्शन को लेकर काफी विवाद हुआ था. संत समाज ने इसका विरोध किया था. इसके साथ ही वाराणसी में एक अधिवक्ता ने कोर्ट में शिकायत भी की थी. प्रियंका साल 2022 के बाद अब वाराणसी आ रहीं हैं. ऐसे में उनके मंदिर जाने पर भी सबकी निगाहें रहने वाली हैं.

यह भी पढ़ें : आज यूपी में प्रवेश करेगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा, कांग्रेस को कितना होगा फायदा ? पढ़िए डिटेल

Last Updated : Feb 16, 2024, 12:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.