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देश में पहली बार अष्टधातु से बनी भगवान परशुराम की पालकी यात्रा, ब्राह्मण समाज ने किया आयोजन - Lord Parshuram - LORD PARSHURAM

PARSHURAM PALANQUIN PROCESSION धमतरी में भगवान परशुराम की पालकी यात्रा निकाली गई. इस यात्रा में बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के पुरुष और महिलाएं शामिल हुई.

LORD PARSHURAM JAYANTI
परशुराम जयंती पर पालकी यात्रा (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : May 14, 2024, 9:45 AM IST

परशुराम जयंती पर पालकी यात्रा (ETV Bharat Chhattisgarh)

धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में अष्टधातु से बनी भगवान परशुराम की यात्रा निकाली गई. ब्राह्मण समाज के इस आयोजन में समाज से जुड़े लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.

Lord Parshuram
भगवान परशुराम की पालकी यात्रा (Lord Parshuram)

परशुराम जयंती पर पालकी यात्रा: ब्राह्मण समाज के लोगों का दावा है कि देश में पहली बार इस तरह का आयोजन किया गया है जिसमें भगवान परशुराम की अष्टधातु से बनी मूर्ति को पालकी में बैठाकर धूमधाम से शहर भ्रमण कराया गया. इस यात्रा में पूरे शहर में जगह जगह स्वागत किया गया. भगवान विष्णु के छठे अवतार श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव को ब्राह्मण समाज धूमधाम से मनाते आ रही है.

परशुराम जयंती पर पहली बार पालकी यात्रा निकाली गई. इसका आयोजन महिला मंच और युवा मंच के द्वारा किया गया. -सीमा चौबे, ब्राह्मण समाज

भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्मोत्सव तीन दिन मनाया गया. पहले दिन जन्मोत्सव, दूसरे दिन ब्रह्म गर्जना रैली निकाली गई. तीसरे दिन पालकी यात्रा निकाली गई. महाआरती की गई- विक्रांत शर्मा, ब्राह्मण समाज

तीन दिवसीय कार्यक्रम के लिए ब्राह्मण समाज 1 साल से तैयारी कर रहा था. ये मूर्ति उत्तर प्रदेश से बनकर आई है. उसमें बारीक नक्काशी की गई है. - शुभांक मिश्रा, ब्राह्मण समाज

10 मई से 12 मई तक भगवान परशुराम जन्मोत्सव: 10 मई के दिन सुबह 9 बजे से रिसाई माता मंदिर रामसागर पारा में तहसील ब्राह्मण समाज की तरफ से पूजा अर्चना और हवन का आयोजन किया गया. भगवान परशुराम का महाभिषेक किया गया और प्रसाद बांटा गया. दूसरे दिन 12 मई को शाम 5 बजे रिसाई माता मंदिर से ब्रह्म गर्जना वाहन रैली निकाली गई. तीसरे दिन 13 मई को शाम 5 बजे भगवान परशुराम चौक म्युनिसिपल स्कूल के पास बस्तर रोड से पालकी यात्रा निकाली गई. शहर के हृदय स्थल मकई चौक पर सर्व हिन्दू समाज ने महाआरती की. महाआरती के बाद सदर बजार होते हुए मां विंध्यवासिनी मंदिर में यात्रा पूरी हुई.

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Lord Parshuram
भगवान परशुराम की पालकी यात्रा (Lord Parshuram)

परशुराम जयंती पर पालकी यात्रा: ब्राह्मण समाज के लोगों का दावा है कि देश में पहली बार इस तरह का आयोजन किया गया है जिसमें भगवान परशुराम की अष्टधातु से बनी मूर्ति को पालकी में बैठाकर धूमधाम से शहर भ्रमण कराया गया. इस यात्रा में पूरे शहर में जगह जगह स्वागत किया गया. भगवान विष्णु के छठे अवतार श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव को ब्राह्मण समाज धूमधाम से मनाते आ रही है.

परशुराम जयंती पर पहली बार पालकी यात्रा निकाली गई. इसका आयोजन महिला मंच और युवा मंच के द्वारा किया गया. -सीमा चौबे, ब्राह्मण समाज

भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्मोत्सव तीन दिन मनाया गया. पहले दिन जन्मोत्सव, दूसरे दिन ब्रह्म गर्जना रैली निकाली गई. तीसरे दिन पालकी यात्रा निकाली गई. महाआरती की गई- विक्रांत शर्मा, ब्राह्मण समाज

तीन दिवसीय कार्यक्रम के लिए ब्राह्मण समाज 1 साल से तैयारी कर रहा था. ये मूर्ति उत्तर प्रदेश से बनकर आई है. उसमें बारीक नक्काशी की गई है. - शुभांक मिश्रा, ब्राह्मण समाज

10 मई से 12 मई तक भगवान परशुराम जन्मोत्सव: 10 मई के दिन सुबह 9 बजे से रिसाई माता मंदिर रामसागर पारा में तहसील ब्राह्मण समाज की तरफ से पूजा अर्चना और हवन का आयोजन किया गया. भगवान परशुराम का महाभिषेक किया गया और प्रसाद बांटा गया. दूसरे दिन 12 मई को शाम 5 बजे रिसाई माता मंदिर से ब्रह्म गर्जना वाहन रैली निकाली गई. तीसरे दिन 13 मई को शाम 5 बजे भगवान परशुराम चौक म्युनिसिपल स्कूल के पास बस्तर रोड से पालकी यात्रा निकाली गई. शहर के हृदय स्थल मकई चौक पर सर्व हिन्दू समाज ने महाआरती की. महाआरती के बाद सदर बजार होते हुए मां विंध्यवासिनी मंदिर में यात्रा पूरी हुई.

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