पलामू: पलामू टाइगर रिजर्व से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आई है. पलामू टाइगर रिजर्व में एक बाघिन की एंट्री हुई है. पीटीआर इलाके में अब चार बाघ और एक बाघिन के होने की पुष्टि हुई है. पलामू टाइगर रिजर्व ने नवंबर 2023 में स्कैट की जांच के लिए हैदराबाद स्थित सेंटर सेल्यूलर मॉलिक्युलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) भेजा था.
सीसीएमबी ने पलामू टाइगर रिजर्व को जांच रिपोर्ट भेजी है. जिसमें बाघिन के मौजूद होने की पुष्टि की गई है. बाघिन के पुष्टि होने के बाद पूरे पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है. पीटीआर प्रबंधन को उम्मीद है कि पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघिन प्रजनन करने के लिए आई है. पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि सीसीएमबी के रिपोर्ट में बाघिन के मौजूद होने की पुष्टि हुई है. इसलिए पूरे इलाके में नजर रखी जा रही है. यह पलामू टाइगर रिजर्व के लिए खुशखबरी है. बाघिन एक बार में चार से छह बच्चों को जन्म देती है. ऐसे में पीटीआर में बाघों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.
पलामू टाइगर रिजर्व में बाघिन का लंबे समय से इंतजार हो रहा था. 2021 से पलामू टाइगर रिजर्व की इलाके में लगातार बाघों के मूवमेंट को रिकॉर्ड किया जा रहा था. 2024 के शुरुआती महीने में पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में चार बाघों के मौजूद होने की पुष्टि हुई थी. पलामू टाइगर रिजर्व में बाघों के बाद बाघिन का इंतजार हो रहा था. पलामू टाइगर रिजर्व 1129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और बाघों के मिडिल एवं ईस्टन घाट कॉरिडोर का एक बड़ा हिस्सा है. 2018 में हुई गिनती में पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघों की संख्या शून्य बताई गई थी.
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