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यहां हर दूसरे दिन होती है आत्महत्या! रोकथाम के लिए विभाग की पहल - Palamu Health Department

World Suicide Prevention Day. पलामू में आत्महत्या की घटना बड़ी समस्या है. कोविड के बाद इसमें बढ़ोतरी हुई है. आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहल की है. विभाग ने टॉल फ्री नंबर जारी किया है. जिस पर लोग फोन कर उचित सलाह ले सकते हैं.

Palamu Health Department issued toll free number to prevent suicidal tendencies
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर स्वास्थ्य विभाग ने निकाला जुलूस (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 10, 2024, 12:20 PM IST

Updated : Sep 10, 2024, 1:04 PM IST

पलामूः एक आंकड़े के अनुसार जिले में हर दूसरे दिन एक व्यक्ति आत्महत्या करता है. कोविड -19 काल के बाद आत्महत्या के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं. 2023 में पलामू के विभिन्न इलाकों में कुल 195 लोगों ने आत्महत्या की थी. 2024 में अब तक यह आंकड़ा 130 से अधिक हो गया है. आज विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस है. आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए कई स्तर पर पहल की जा रही है. लोगों की काउंसिलिंग भी की जा रही है.

जानकारी देते पलामू सिविल सर्जन (ईटीवी भारत)

पलामू में आत्महत्या की रोकथाम के लिए पलामू जिला स्वास्थ्य विभाग पहल कर रहा है. पलामू जिला मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल के नेतृत्व में मंगलवार को एक जुलूस निकाला गया, जिसने पूरे शहर का भ्रमण किया. पलामू सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया था. इस दौरान मनोचिकित्सक डॉ सुनील कुमार, डॉ अंशुमान सागर समेत कई डॉक्टर मौजूद थे.

- 14416 एक टॉल फ्री नंबर है. इस पर सलाह उपलब्ध है. आत्महत्या से संबंधित विचार आने पर व्यक्ति कॉल कर सलाह ले सकते हैं. जिस व्यक्ति के अंदर आत्महत्या के विचार आते हैं, उसके अंदर से विश्वास उठ जाता है. अपनों से सहयोग की उपेक्षा खत्म हो जाती है और अपनों से सहयोग की उम्मीद कम हो जाती है. इस परिस्थिति में व्यक्ति को हौसला रखने की जरूरत है. हो सके तो चिकित्सीय की जरूरत है. ऐसे परेशान व्यक्ति का कॉल आए तो उसे रिसीव करना चाहिए और उससे बातचीत करनी चाहिए. सकारात्मक विचारधारा और उम्मीद आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोक सकता है. - डॉ अनिल कुमार सिंह, सिविल सर्जन, पलामू

बढ़ती जा रही आत्महत्या की प्रवृत्ति, प्रेमी कर रहे अधिकतर आत्महत्या

आत्महत्या की प्रवृत्ति लगातार बढ़ती जा रही. आर्थिक और सामाजिक दबाव में महिलाएं अपने बच्चों के साथ आत्महत्या कर रही हैं, वहीं प्रेमी जोड़े भी आत्महत्या कर रहे हैं. मार्च 2023 में एक महिला ने पारिवारिक विवाद में अपने तीन बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली थी. 2024 में अगस्त तक 27 आत्महत्या प्रेम संबंधों में हुए है.

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जानकारी देते पलामू सिविल सर्जन (ईटीवी भारत)

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- 14416 एक टॉल फ्री नंबर है. इस पर सलाह उपलब्ध है. आत्महत्या से संबंधित विचार आने पर व्यक्ति कॉल कर सलाह ले सकते हैं. जिस व्यक्ति के अंदर आत्महत्या के विचार आते हैं, उसके अंदर से विश्वास उठ जाता है. अपनों से सहयोग की उपेक्षा खत्म हो जाती है और अपनों से सहयोग की उम्मीद कम हो जाती है. इस परिस्थिति में व्यक्ति को हौसला रखने की जरूरत है. हो सके तो चिकित्सीय की जरूरत है. ऐसे परेशान व्यक्ति का कॉल आए तो उसे रिसीव करना चाहिए और उससे बातचीत करनी चाहिए. सकारात्मक विचारधारा और उम्मीद आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोक सकता है. - डॉ अनिल कुमार सिंह, सिविल सर्जन, पलामू

बढ़ती जा रही आत्महत्या की प्रवृत्ति, प्रेमी कर रहे अधिकतर आत्महत्या

आत्महत्या की प्रवृत्ति लगातार बढ़ती जा रही. आर्थिक और सामाजिक दबाव में महिलाएं अपने बच्चों के साथ आत्महत्या कर रही हैं, वहीं प्रेमी जोड़े भी आत्महत्या कर रहे हैं. मार्च 2023 में एक महिला ने पारिवारिक विवाद में अपने तीन बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली थी. 2024 में अगस्त तक 27 आत्महत्या प्रेम संबंधों में हुए है.

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Last Updated : Sep 10, 2024, 1:04 PM IST
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