रायपुर\दिल्ली: दिल्ली में सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्म पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के वैद्य हेमचंद मांझी को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया. मांझी 5 दशकों से ज्यादा समय से ग्रामीणों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं. उन्होंने पारंपरिक आयुष चिकित्सा को आगे बढ़ाया है. 15 साल की उम्र से मांझी लोगों का इलाज कर रहे हैं. पूरे क्षेत्र में मांझी वैद्यराज के नाम से मशहूर हैं.
कौन है वैद्यराज हेमचंद मांझी: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर के वैद्यराज हेमचंद मांझी जंगल से मिलने वाली विशेष प्रजाति की जड़ी बूटियों से इलाज कर रहे हैं. हेमचंद मांझी ने 15 साल की उम्र से गांव वालों का इलाज जड़ी बूटियों से शुरू किया. वैद्यराज के नाम से मशहूर हेमचंद मांझी ने विशेष प्रजाति की जड़ी बूटियों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज भी किया है.
गांव में नहीं थी स्वास्थ्य सुविधाएं: हेमचंद मांझी नारायणपुर के छोटे डोंगर में जन्मे हेमचंद मांझी उस समय से लोगों का इलाज कर रहे हैं जब उस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं थी. परिवार में कोई भी वैद्य नहीं था लेकिन अपने ज्ञान और सेवाभाव की बदौलत उन्होंने लोगों का इलाज शुरू किया. धीरे धीरे उनकी ख्याति ऐसी बढ़ी कि छत्तीसगढ़ के आस पास के राज्यों के साथ ही सात समंदर पार रहने वाले गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज भी नक्सल प्रभावित छोटेडोंगर पहुंचकर इलाज करवाते हैं.
मन की बात में पीएम मोदी ने की थी तारीफ: 28 जनवरी 2024 को मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने वैद्यराज हेमचंद मांझी की सेवा भावना की तारीफ की थी. पीएम मोदी ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति की मदद से वैद्यराज हेमचंद मांझी गरीब मरीजों की सेवा कर रहे हैं.