बालोद : छत्तीसगढ़ में धान खरीदी बंद हुए 22 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है. बावजूद इसके धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव नहीं हो सका है.ऐसे में सोसाइटी में रखा धान खराब होने लगा है
.कई जगहों पर धान के बोरियों को चूहे निशाना बना रहे हैं.इस बारे में जब जिम्मेदारों से सवाल किया जाता है,तो वो चुप्पी साध लेते हैं. पिछले साल जीरो शॉर्टेज का तमगा लेने वाले डीएमओ ऑफिस में ही रखे धान को चूहे चट कर रहे हैं.जिसके कारण धान बर्बाद होने की स्थिति में हैं.
सोसायटी की धान बोरियां कुतर रहे चूहे : बालोद कलेक्टर ने सोसायटी को व्यवस्थित धान खरीदी करने को कहा था. धान खरीदी के बाद अब धान उठाव की तैयारियां जोरों पर है.लेकिन कई जगहों पर धान के रखरखाव को लेकर सावधानी नहीं बरती गई है. लाटाबोड़ के सोसायटियों में धान को चूहों ने अपना निशाना बना डाला है.मामला सामने आने के बाद अब बोरियों को बदलने की तैयारी की जा रही है. वहीं कई सोसायटियों के प्रबंधक ये काम भी नहीं कर रहे.प्रबंधकों की माने तो हर बार प्रबंधक अपनी सैलरी से शॉर्टेज को नहीं भर सकता. वहीं कलेक्टर ने जल्द उठाव किए जाने की बात कही है.
''इस बार उम्मीद से ज्यादा धान खरीदी हुई है. शासन को उठाव के लिए डिमांड भेजा गया है. जल्द ही उठाव किया जाएगा.''- इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल,कलेक्टर
संग्रहण केंद्रों में धान नहीं : आपको बता दें इस बार संग्रहण केंद्रों में धान नहीं है. सीधे उठाव किया जा रहा है. इस सत्र पूरे जिले में 74.87 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है. 1 लाख 44 हजार 481 किसानों ने अपना धान बेचा है.