धनबादः जिले के लोदना ओपी क्षेत्र के सुशी कैंप अंतर्गत संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी देवप्रभा में शुक्रवार को हॉलपैक वाहन की चपेट में आने से युवक की मौत होने और काफी बवाल मचने के बाद कंपनी प्रबंधन की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया गया है. साथ ही वार्ता के दौरान कई मांगों पर सहमति बनी. इसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ.
कंपनी ने 20 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया
घटना की सूचना मिलने के बाद झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह रांची से देर रात धनबाद पहुंची थीं. उन्होंने बीसीसीएल और आउटसोर्सिंग कंपनी प्रबंधन से मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की. घंटों चली वार्ता के क्रम में मृतक की पत्नी रेणु कुमारी को 20 लाख रुपये मुआवजा राशि, मृतक के आश्रित बच्चों की पढ़ाई का खर्च और एक आश्रित को नौकरी देने पर सहमति बनी थी. इस दौरान थाना परिसर में भारी संख्या में लोग मौजूद थे.
झरिया विधायक ने कंपनी की कार्यशैली पर उठाए सवाल
इस मौके पर झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने देव प्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया और किसी राजनीति पार्टी के दबाव में कंपनी पर काम करने का आरोप लगाया. विधायक ने कहा आए दिन इस आउटसोर्सिंग कंपनी की मनमानी की शिकायत आती है. बिना बड़े गतिरोध के आउटसोर्सिंग प्रबंधन घटना होने पर मुआवजा और नियोजन नहीं देती है.
युवक की हॉलपैक वाहन की चपेट में हो गई थी मौत
बताते चलें कि शुक्रवार को भागा 5 नंबर (भूली टाइप) निवासी 30 वर्षीय सूरज माली आउटसोर्सिंग कंपनी देवप्रभा में नौकरी मांगने के लिए गया था. इसी दौरान हॉलपैक वाहन के चपेट में आने से उसकी मौत हो गई थी.
स्थानीय लोगों ने फूंक दिए थे कई वाहन
स्थानीय लोगों का आरोप था कि हॉलपैक वाहन की चपेट में युवक की मौत होने के बाद आउटसोर्सिंग कंपनी के लोग शव को उठा कर ले जा रहे थे, लेकिन लोगों ने यह देखकर हंगामा शुरू कर दिया.देखते ही देखते बात बिगड़ गई.आक्रोशित लोगों ने आउटसोर्सिंग कंपनी के परिसर में घुसकर जमकर बवाल काटा था. साथ ही इस दौरान कंपनी परिसर में पथराव किया गया और एक दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. साथ ही गुस्साए लोगों ने कई वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था.
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