टीकमगढ़ : विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल और धार्मिक नगरी ओरछा में चल रहे श्री रामराजा लोक निर्माण के लिए खुदाई कार्य किया जा रहा है. पिछले दिनों यहां खुदाई के दौरान कुछ रहस्यमयी चीजें सामने निकलकर आईं. यहां जेसीबी से खुदाई कर रहे एक ड्राइवर ने कुछ घंटियों जैसी आवाजें जमीन के अंदर से आते सुनीं. इसके बाद उसी स्थान से कई मंदिरों के अवशेष सामने आने लगे. पुरातत्व विभाग के मुताबिक जमीन से निकले मंदिर व उनके अवशेष 500 या उससे ज्यादा वर्ष पुराने हैं.
खुदाई में सामने आईं ये चीजें
ओरछा में नदी किनारे मिली इस जगह के एक ओर जहां राजा का राजमहल है, तो वहीं दूसरी तरफ राम राजा मंदिर और प्राचीन चतुर्भुज मंदिर बना हुआ है. राम लोक निर्माण के लिए यहां पुरानी एतिहासिक इमारतों को भी रेनॉवेट करने का कार्य किया जा रहा है. इसी के चलते राज महल के सामने मशीनों से खुदाई का काम चल रहा है, इसी दौरान खुदाई में ड्राइवर को छोटे मंदिर नुमा आकृति दिखाई दी, जिसकी जानकारी लगते ही पुरातत्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और काम रोक दिया गया.
मशीनों से रोकना पड़ा काम
मशीनों को रोककर जब मजदूरों ने हाथ से खुदाई शुरू की तो सैकड़ों वर्ष पुराना एक मंदिर, कुछ कलश और एक बरामदा मिला है. पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अवशेष अति प्राचीन महत्व के हैं और रहस्यमयी हैं. ऐसे में इनकी सुरक्षा के लिए आगे का कम मशीनों से नहीं हाथ से होगा. इसके कुछ दिन पहले भी राजमहल में रेनोवेशन का काम चल रहा था इस दौरान वहां भी एक पूरी बस्ती के अवशेष मिल चुके हैं. इन पुरातात्विक धरोहरों के मिलने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि ओरछा बहुत पुराना और समृद्ध शहर रहा होगा.
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आखिर वो आवाजें क्या थीं?
ओरछा नगरी में खुदाई के दौरान मिल रहे इन अवशेषों से ओरछा वासी भी हैरान हैं. सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इन अवशेषों के मिलने से पहले जेसीबी के ड्राइवर को कुछ आवाजें सुनाई दी थीं. हर कोई हतप्रद है कि आखिर वो आवाजें क्या थीं. फिलहाल खुदाई स्थल पर मिले मंदिरों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.बता दें कि ओरछा भगवान श्री राम के राजा स्वरूप को लेकर प्रसिद्ध है. ओरछा बेतवा नदी के किनारे स्थित है. यह स्थल ऐतिहासिक महल को लेकर भी प्रसिद्ध है.