पटना: आज पटना नगर निगम में आउटसोर्सिंग पर बहाल सफाई कर्मियों ने एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल का ऐलान किया है. इस दौरान सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक कार्य ठप रहा. सफाई कर्मियों की मांग है कि उनका न्यूनतम मासिक वेतन 24800 रुपये किया जाए. इसके अलावे दिन में काम करने की अवधि को भी काम करने की मांग है. सफाई कर्मी चाहते हैं कि दिन में अधिकतम 6 घंटे तक ही उनसे साफ सफाई का काम लिया जाए.
दैनिक मजदूरों की सेवा स्थाई हो: पटना नगर निगम के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी महासंघ के प्रधान महासचिव नंदकिशोर दास ने बताया कि हमारी प्रमुख मांगों में दैनिक कर्मियों की सेवा स्थायी करना है. उन्होंने कहा कि सफाई मजदूरों को स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरण मुहैया कराई जाए. इसके साथ ही सफाई मजदूर को निगम की ओर से एक-एक साइकिल उपलब्ध कराई जाए.
15 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल: नंदकिशोर दास ने बताया कि 15 सूत्री मांग को लेकर नगर विकास विभाग के मंत्री, पटना की महापौर और नगर आयुक्त को भी संघ की ओर से पत्र के माध्यम से जानकारी दे दी गई है. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों के वेतन भुगतान में एकरूपता की वह मांग करते हैं. साथ ही आउटसोर्सिंग कंपनियों से जो सफाई कर्मी बहाल हैं, उन्हें निगम कर्मी बनाए जाने की उनकी मांग है.
"दैनिक कर्मचारी और आउटसोर्सिंग कर्मचारी पटना नगर निगम मुख्यालय मौर्य लोक परिसर में आज सोमवार को अपने 15 सूत्री मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेंगे. लंबे समय से दैनिक सफाई कर्मियों के नियमितीकरण की मांग चली जा रही है, लेकिन बार-बार आश्वासन मिलने के बाद भी इस पर कुछ नहीं हुआ है."- नंदकिशोर दास, प्रधान महासचिव, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी महासंघ
अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी: चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी महासंघ के प्रधान महासचिव ने कहा कि संघ की मांग है कि सफाई कर्मियों का वेतन किसी कंपनी के माध्यम से नहीं, बल्कि सीधे निगम के माध्यम से उनके खाते में पहुंचे ताकि बीच में कहीं कमीशन कटौती नहीं हो. उन्होंने कहा कि आज के प्रदर्शन पर भी निगम प्रशासन संज्ञान नहीं लेता है तो आगे सफाई कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
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