पलामू: पश्चिम बंगाल में चोरी किए गए कास्टिक सोडा की खपत हो रही है. कास्टिक सोडा का इस्तेमाल ग्लास फैक्ट्री और डिटर्जेंट बनाने में किया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, कास्टिक सोडा का चोरी का नेटवर्क झारखंड के पलामू, बोकारो और पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर, आसनसोल से जुड़ा हुआ है. पलामू पुलिस ने चोरी के इस नेटवर्क का खुलासा करते हुए एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार तस्कर मुकुल मंडल पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर के तानसेन रोड के इलाके का रहने वाला है.
दरअसल, पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि सतबरवा थाना क्षेत्र के ढुलसलमा में एक गोदाम से अवैध केमिकल का कारोबार चल रहा है. इस सूचना के तहत सतबरवा थाना प्रभारी अंचित कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की. इस छापेमारी में पुलिस ने मौके से मुकुल मंडल नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा आरोपी के ठिकाने पर से पुलिस को 15 ड्राम कास्टिक सोडा और सोडा को रखने के लिए बड़ी संख्या में टंकी बरामद किए गए.
सतबरवा थाना प्रभारी अंचित कुमार ने बताया कास्टिक सोडा रेहला के एक फैक्ट्री के टैंकर से चोरी की जाती थी. कास्टिक सोडा की गाड़ी उनके गोदाम तक पहुंचती है और टैंकर से सोडा को बाहर निकाला जाता है. बाद में टैंकर में सोडा की जगह पानी को भर दिया जाता है. थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार में मुकुल मंडल पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में अवैध रूप से कास्टिक सोडा का धंधा करने के आरोप में जेल जा चुका है. कास्टिक सोडा का इस्तेमाल ग्लास फैक्ट्री और डिटर्जेंट में किया जाता है.
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