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BJP के ओमप्रकाश यादव के बगावती सुर, बोले- 'JDU के खाते में गई सीट तो निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव' - ओमप्रकाश यादव के बयान से खलबली

Om Prakash warning: महागठबंधन में खेला होने के बाद अब बीजेपी नेता ओमप्रकाश यादव के एक बयान ने एनडीए में खलबली मचा दी है. ओमप्रकाश यादव ने साफ कहा है कि अगर सिवान लोकसभा सीट जेडीयू के खाते में जाती है तो वे इसका पुरजोर विरोध करेंगे और निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

ओमप्रकाश यादव
ओमप्रकाश यादव
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 28, 2024, 4:42 PM IST

Updated : Feb 28, 2024, 4:51 PM IST

ओमप्रकाश यादव, पूर्व सांसद

सिवानः 27 फरवरी को महागठबंधन में सेंध लगाकर खुश हो रहे एनडीए में ओमप्रकाश यादव के एक बयान से खलबली मच गयी है. सिवान की सियासत में कभी शहाबुद्दीन पर भारी पड़नेवाले बीजेपी नेता और पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव ने ये एलान कर दिया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान अगर सिवान सीट जेडीयू के खाते में जाती है तो वे विरोध करेंगे. उन्होंने तो यहां तक एलान कर दिया कि वे निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे.

ओमप्रकाश यादव के बयान से मची खलबलीः ओमप्रकाश यादव ने कहा कि अगर सिवान सीट जेडीयू के खाते में जाती है तो उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व को बता दिया है कि समतल खेत बटइया नहीं दिया जाता है, उबड़-खाबड़ खेत बटइया दिया जाता है. बार-बार बटइया देने का क्या मतलब ? ओमप्रकाश यादव ने साफ कहा कि जेडीयू से किसी को टिकट दिया गया तो विरोध करेंगे.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में पहुंचे सिवान: बीजेपी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष और सिवान के पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में सिवान पहुंचे थे. वहीं बीजेपी से मंगल पांडेय की दावेदारी पर ओमप्रकाश यादव ने कहा कि इसका फैसला पार्टी नेतृत्व करेगी, लेकिन अगर सीट जेडीयू के खाते में गयी तो वे निश्चित तौर पर विरोध करेंगे.

कभी शहाबुद्दीन को दी थी मातः ओमप्रकाश यादव प्रदेश बीजेपी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और इनकी पहचान ऐसे नेता के रूप में रही है जिन्होंने सिवान की सियासत में आरजेडी के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन के खिलाफ न सिर्फ लंबी लड़ाई लड़ी बल्कि उनको मात भी दी. 2009 और 2914 में सिवान सीट से जीत दर्ज कर ओमप्रकाश यादव ने इलाके को शहाबुद्दीन के आतंक से मुक्ति दिलाई थी. चर्चित तेजाब कांड में चंदा बाबू के बेटों की हत्या हो या पत्रकार राजदेव रंजन का मर्डर, हर मुद्दे पर ओमप्रकाश यादव ने शहाबुद्दीन का खुलकर विरोध किया.

2019 में जेडीयू के खाते में चली गयी थी सीट: 2009 और 2014 में लगातार जीत हासिल करने के बावजूद 2019 में सिवान से ओमप्रकाश यादव को बीजेपी का टिकट नहीं मिला, क्योंकि गठबंधन के कारण बीजेपी ने ये सीट जेडीयू के लिए छोड़ दी थी. 2019 में जेडीयू की कविता सिंह ने सिवान से चुनाव लड़ा. तब ओमप्रकाश यादव ने पार्टी के प्रति निष्ठा दिखाते हुए जेडीयू कैंडिडेट का समर्थन किया और जेडीयू ने ये सीट जीत ली थी. लेकिन इस बार ओमप्रकाश यादव के बगावती तेवर एनडीए के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.

ये भी पढ़ेंःदरौंदा के NDA प्रत्याशी से नाराज हैं BJP नेता, कहा- दूसरा शहाबुद्दीन नहीं बनने देंगे

ओमप्रकाश यादव, पूर्व सांसद

सिवानः 27 फरवरी को महागठबंधन में सेंध लगाकर खुश हो रहे एनडीए में ओमप्रकाश यादव के एक बयान से खलबली मच गयी है. सिवान की सियासत में कभी शहाबुद्दीन पर भारी पड़नेवाले बीजेपी नेता और पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव ने ये एलान कर दिया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान अगर सिवान सीट जेडीयू के खाते में जाती है तो वे विरोध करेंगे. उन्होंने तो यहां तक एलान कर दिया कि वे निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे.

ओमप्रकाश यादव के बयान से मची खलबलीः ओमप्रकाश यादव ने कहा कि अगर सिवान सीट जेडीयू के खाते में जाती है तो उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व को बता दिया है कि समतल खेत बटइया नहीं दिया जाता है, उबड़-खाबड़ खेत बटइया दिया जाता है. बार-बार बटइया देने का क्या मतलब ? ओमप्रकाश यादव ने साफ कहा कि जेडीयू से किसी को टिकट दिया गया तो विरोध करेंगे.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में पहुंचे सिवान: बीजेपी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष और सिवान के पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में सिवान पहुंचे थे. वहीं बीजेपी से मंगल पांडेय की दावेदारी पर ओमप्रकाश यादव ने कहा कि इसका फैसला पार्टी नेतृत्व करेगी, लेकिन अगर सीट जेडीयू के खाते में गयी तो वे निश्चित तौर पर विरोध करेंगे.

कभी शहाबुद्दीन को दी थी मातः ओमप्रकाश यादव प्रदेश बीजेपी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और इनकी पहचान ऐसे नेता के रूप में रही है जिन्होंने सिवान की सियासत में आरजेडी के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन के खिलाफ न सिर्फ लंबी लड़ाई लड़ी बल्कि उनको मात भी दी. 2009 और 2914 में सिवान सीट से जीत दर्ज कर ओमप्रकाश यादव ने इलाके को शहाबुद्दीन के आतंक से मुक्ति दिलाई थी. चर्चित तेजाब कांड में चंदा बाबू के बेटों की हत्या हो या पत्रकार राजदेव रंजन का मर्डर, हर मुद्दे पर ओमप्रकाश यादव ने शहाबुद्दीन का खुलकर विरोध किया.

2019 में जेडीयू के खाते में चली गयी थी सीट: 2009 और 2014 में लगातार जीत हासिल करने के बावजूद 2019 में सिवान से ओमप्रकाश यादव को बीजेपी का टिकट नहीं मिला, क्योंकि गठबंधन के कारण बीजेपी ने ये सीट जेडीयू के लिए छोड़ दी थी. 2019 में जेडीयू की कविता सिंह ने सिवान से चुनाव लड़ा. तब ओमप्रकाश यादव ने पार्टी के प्रति निष्ठा दिखाते हुए जेडीयू कैंडिडेट का समर्थन किया और जेडीयू ने ये सीट जीत ली थी. लेकिन इस बार ओमप्रकाश यादव के बगावती तेवर एनडीए के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.

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Last Updated : Feb 28, 2024, 4:51 PM IST
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