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कोटा कोचिंग को लेकर बोले ओम बिरला-गलतफहमी ने खराब किया था वातावरण, अच्छी शिक्षा के लिए भेजें बच्चों को - OM BIRLA ON KOTA COACHING

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि गलतफहमी के चलते कोटा का वातावरण खराब किया गया था. हालांकि यहां सबसे अच्छा वातारण है.

Lok Sabha Speaker Om Birla
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (ETV Bharat Kota)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 1, 2025, 6:36 PM IST

कोटा: कोटा-बूंदी सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नए साल के अवसर पर अपने संकल्प और संसदीय क्षेत्र के विकास से संबंधित जानकारियां मीडिया से साझा की. इस दौरान उन्होंने कोटा कोचिंग को लेकर कहा कि कोटा में अच्छा वातावरण है. कोटा में पढ़ने वाले बेटा-बेटी देश और दुनिया में नेतृत्व कर रहे हैं. कोचिंग और एजुकेशन की संभावना पर काम चल रहा है. कुछ दिनों में और बेहतर परिणाम होंगे. बिरला ने कहा कि कुछ गलतफहमी की वजह से कोटा का वातावरण खराब किया गया था.

बिरला ने की कोटा में बच्चों को भेजने की अपील (ETV Bharat Kota)

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कोटा में कोचिंग करने आने वाले हर हर बच्चे को यहां के परिवार अपने बेटे-बेटी की तरह परवरिश करते हैं. इसीलिए देशवासियों का आह्वान है कि वह कोटा में बच्चों को भेजें. कोटा में अच्छे संस्कार मिलेंगे और अच्छी शिक्षा मिलेगी. कोटा का प्रशिक्षण ही दुनिया में नेतृत्व करने वाला बनाता है. मेरा कोटा ही नहीं पूरे देश की जनता का मानना है कि कोटा एक सुरक्षित शहर है. कोटा में आध्यात्मिक माहौल है व शैक्षणिक वातावरण भी अच्छा है. विद्यार्थी यहां पर आएं और भविष्य की आकांक्षाओं को पूरा करें.

पढ़ें: नए साल पर कोचिंग एरिया में नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, कोटा पुलिस चलाएगी ऑपरेशन नश्वर - KOTA POLICE CAMPAIGN AGAINST DRUGS

मई 2025 में एयरपोर्ट का काम शुरू होगा: बिरला ने कोटा एयरपोर्ट के बारे में कहा कि पहली बार किसी प्रोजेक्ट की 95 फीसदी भूमि फॉरेस्ट होने के बावजूद कन्वर्ट की गई है. राज्य सरकारों की जिम्मेदारी रहती है कि जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी को दें. सरकार बनते ही बाधाओं को दूर करवाया है. डीपीआर का काम पूरा होने वाला है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुमति मिल गई है. आर्थिक कमेटी और मंत्रिमंडल से जल्द ही मिल जाएगी. इसके बाद पर्यावरण स्टडी शुरू होगी और टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. बिरला ने उम्मीद जताई है कि मई 2025 में काम शुरू हो जाएगा. किसी भी एयरपोर्ट को बनने में दो से ढाई साल का समय लगता है, इतना कोटा एयरपोर्ट में भी लगेगा.

एक्सप्रेसवे से दिल्ली का खुल जाएगा रूट: उन्होंने कहा कि स्टेशनों के अपग्रेडेशन का काम धीरे चल रहा है. इनमें तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. नई ट्रेनें चलाने के लिए रूट तलाशने के निर्देश दिए गए हैं. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी तेज गति से चल रहा है. यह आर्थिक और इंडस्ट्रियल प्रगति भी हाड़ौती में लेकर आएगा. वर्तमान में दरा व अन्य जगह ट्रैफिक की समस्या है, इससे निजात दिलाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री लाने के लिए भी काम किया जा रहा है. कोटा में पर्याप्त पानी है. इसलिए इससे संबंधित प्लान चल रहा है. तालेड़ा में भी नया प्लांट आ रहा है. इसके अलावा कोटा में 1300 बीघा में इंडस्ट्रियल पार्क बनाया जा रहा है. इसमें कोटा स्टोन, सेंड स्टोन और एग्रो बेस्ड यूनिट्स लगाई जानी हैं.

पढ़ें: कोचिंग सेंटर्स न गाइडलाइन फॉलो कर रहे, न कोचिंग हब में शिफ्ट हो रहे, कैसे लगेगी हादसों पर लगाम ? - COACHING INCIDETS

रोजगार के लिए खोलेंगे इंस्टिट्यूट: बिरला ने कहा कि बड़े होटल ग्रुप के जरिए कोटा में इंस्टिट्यूट खोला जा रहा है. जिसके जरिए होटल मैनेजमेंट और वहां होने वाली एक्टिविटी से संबंधित कोर्स करवाए जाएंगे. यहां से प्रशिक्षण लेने वाले अभ्यर्थी को नौकरी भी मिल जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि रूस, साउथ कोरिया सहित कई देश हैं, जहां पर मैनपावर की आवश्यकता है. ऐसे में वहां की लैंग्वेज सीखाने का काम भी किया जाएगा. आजकल अधिकांश प्लांट ऑटोमेटिक है, जिनमें मैनपावर की कम ही उपयोगिता रहती है. इसीलिए ऐसे प्लांट के लिए बात की जा रही है. जहां पर ज्यादा लोगों को रोजगार मिले.

पढ़ें: Rajasthan: विदेशी धन से चल रहे कोचिंग संस्थानों में सफलता की दर महज तीन फीसदी, 97 फीसदी बैरंग लौट रहे: निजी स्कूल संचालक

पर्यटन पर चर्चा: उन्होंने कहा कि बारां, बूंदी, झालावाड़ और कोटा में पर्यटक बढ़े इसके प्रयास उन्होंने किए हैं. यहां पर अच्छे अभ्यारण भी विकसित हो जाएंगे. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की बात करते हुए उन्होंने कहा कि रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में ज्यादा पोटेंशियल है. महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश से क्लीयरेंस आ जाने के बाद पांच टाइगरों को शिफ्ट किया जाएगा. रिवरफ्रंट का भी प्रमोशन किया गया है. हाड़ौती में पर्यटन के लिए दुनिया के बड़े स्टेकहोल्डर और ट्रेवल्स को बुलाकर चर्चा की जाएगी.

15 मिनट में मरीज तक पहुंचेगी एंबुलेंस: बिरला ने कहा कि ग्रामीण एरिया के लोगों को चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ उपलब्ध करवाई जाने पर काम चल रहा है. इमरजेंसी में केवल 15 मिनट में मरीज तक एंबुलेंस पहुंच जाए, ऐसी व्यवस्था की जा रही है. इसको लेकर सीएसआर से एंबुलेंस से मंगवाई जा रही है. ऐसे लोगों का निशुल्क इलाज करवाया जाना है. बिरला ने यह भी दावा कर दिया कि आने वाले दो साल में मेडिकल कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर का भरपूर उपयोग किया जाएगा और वहां ऐसी सुविधाएं विकसित कर दी जाएगी कि पैसे वाले लोग भी वहां पर इलाज कराने जाएंगे. सभी तरह की जांच होगी, जो कि देश के बड़े शहरों में हो रही है. इलाज के लिए पहुंचने वाले लोगों की कनेक्टिविटी अस्पतालों से बढ़ा दी जाएगी. मेडिकल कॉलेज के दोनों अस्पतालों में 300-300 बेड की डॉरमेट्री बनाई जाएगी, ताकि तीमारदार भी वहां पर आकर ठहर सकेंगे और उन्हें भोजन भी निशुल्क दिया जाएगा.

दशहरा मैदान का फेज 2 का होगा काम: बिरला ने कहा कि सीएसआर की मदद से 100 स्कूलों में निर्माण करवाए जाएंगे. कोटा में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को भी विकसित करवाया जाएगा. करीब 150 करोड़ से बायोगैस प्लांट कचरा निस्तारण के लिए करवाया जा रहा है. शहर में दो टाइम कचरा कलेक्शन की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा मृत मवेशी, कचरा निस्तारण व कई सुविधाओं के लिए व्हाट्सएप पर समाधान 2 घंटे में देने की व्यवस्था की जा रही है. दशहरे मैदान में फेज-2 का काम 150 करोड़ की लागत से करवाया जाएगा. इसमें डोम बनाने के साथ प्रदर्शनी के लिए भी जगह बनाई जाएगी. इसके अलावा छोटे ट्रेड फेयर भी यहां पर आयोजित किया जा सकते हैं.

वेलकम टू बेबी योजना: कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी के साथ-साथ रामगंज मंडीख् इटावा और अन्य कई मंडियों के विस्तार की भी योजना है. फल सब्जी मंडी का भी विस्तार किया जाएगा. इसे हाड़ौती के चारों जिलों के अनुसार बनाया जाएगा, ताकि यहां से माल दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के जरिए बड़े शहरों तक आसानी से पहुंच जाए. मिनी सचिवालय के निर्माण के साथ-साथ अदालत के निर्माण पर भी काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आर्मी के उच्च अधिकारियों से अदालत की बिल्डिंग की क्लीयरेंस के लिए बात की जाएगी.

ओम बिरला ने कहा कि मां सुपोषित अभियान वर्तमान में चल रहा है. उसके दो फेज पूरे हो गए हैं. अब वेलकम टू बेबी योजना आएगी. जिसके तहत 3 माह तक नवजात बेटी की मॉनिटरिंग की जाएगी. उसकी छोटी-मोटी जरूरत को भी पूरा करवाया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दादी-नानी का स्कूल भी शुरू किया जाएगा. साथ ही घुमक्कड़ जाति के बच्चों के लिए भी स्कूल की व्यवस्था की जाएगी.

कोटा: कोटा-बूंदी सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नए साल के अवसर पर अपने संकल्प और संसदीय क्षेत्र के विकास से संबंधित जानकारियां मीडिया से साझा की. इस दौरान उन्होंने कोटा कोचिंग को लेकर कहा कि कोटा में अच्छा वातावरण है. कोटा में पढ़ने वाले बेटा-बेटी देश और दुनिया में नेतृत्व कर रहे हैं. कोचिंग और एजुकेशन की संभावना पर काम चल रहा है. कुछ दिनों में और बेहतर परिणाम होंगे. बिरला ने कहा कि कुछ गलतफहमी की वजह से कोटा का वातावरण खराब किया गया था.

बिरला ने की कोटा में बच्चों को भेजने की अपील (ETV Bharat Kota)

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कोटा में कोचिंग करने आने वाले हर हर बच्चे को यहां के परिवार अपने बेटे-बेटी की तरह परवरिश करते हैं. इसीलिए देशवासियों का आह्वान है कि वह कोटा में बच्चों को भेजें. कोटा में अच्छे संस्कार मिलेंगे और अच्छी शिक्षा मिलेगी. कोटा का प्रशिक्षण ही दुनिया में नेतृत्व करने वाला बनाता है. मेरा कोटा ही नहीं पूरे देश की जनता का मानना है कि कोटा एक सुरक्षित शहर है. कोटा में आध्यात्मिक माहौल है व शैक्षणिक वातावरण भी अच्छा है. विद्यार्थी यहां पर आएं और भविष्य की आकांक्षाओं को पूरा करें.

पढ़ें: नए साल पर कोचिंग एरिया में नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, कोटा पुलिस चलाएगी ऑपरेशन नश्वर - KOTA POLICE CAMPAIGN AGAINST DRUGS

मई 2025 में एयरपोर्ट का काम शुरू होगा: बिरला ने कोटा एयरपोर्ट के बारे में कहा कि पहली बार किसी प्रोजेक्ट की 95 फीसदी भूमि फॉरेस्ट होने के बावजूद कन्वर्ट की गई है. राज्य सरकारों की जिम्मेदारी रहती है कि जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी को दें. सरकार बनते ही बाधाओं को दूर करवाया है. डीपीआर का काम पूरा होने वाला है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुमति मिल गई है. आर्थिक कमेटी और मंत्रिमंडल से जल्द ही मिल जाएगी. इसके बाद पर्यावरण स्टडी शुरू होगी और टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. बिरला ने उम्मीद जताई है कि मई 2025 में काम शुरू हो जाएगा. किसी भी एयरपोर्ट को बनने में दो से ढाई साल का समय लगता है, इतना कोटा एयरपोर्ट में भी लगेगा.

एक्सप्रेसवे से दिल्ली का खुल जाएगा रूट: उन्होंने कहा कि स्टेशनों के अपग्रेडेशन का काम धीरे चल रहा है. इनमें तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. नई ट्रेनें चलाने के लिए रूट तलाशने के निर्देश दिए गए हैं. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी तेज गति से चल रहा है. यह आर्थिक और इंडस्ट्रियल प्रगति भी हाड़ौती में लेकर आएगा. वर्तमान में दरा व अन्य जगह ट्रैफिक की समस्या है, इससे निजात दिलाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री लाने के लिए भी काम किया जा रहा है. कोटा में पर्याप्त पानी है. इसलिए इससे संबंधित प्लान चल रहा है. तालेड़ा में भी नया प्लांट आ रहा है. इसके अलावा कोटा में 1300 बीघा में इंडस्ट्रियल पार्क बनाया जा रहा है. इसमें कोटा स्टोन, सेंड स्टोन और एग्रो बेस्ड यूनिट्स लगाई जानी हैं.

पढ़ें: कोचिंग सेंटर्स न गाइडलाइन फॉलो कर रहे, न कोचिंग हब में शिफ्ट हो रहे, कैसे लगेगी हादसों पर लगाम ? - COACHING INCIDETS

रोजगार के लिए खोलेंगे इंस्टिट्यूट: बिरला ने कहा कि बड़े होटल ग्रुप के जरिए कोटा में इंस्टिट्यूट खोला जा रहा है. जिसके जरिए होटल मैनेजमेंट और वहां होने वाली एक्टिविटी से संबंधित कोर्स करवाए जाएंगे. यहां से प्रशिक्षण लेने वाले अभ्यर्थी को नौकरी भी मिल जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि रूस, साउथ कोरिया सहित कई देश हैं, जहां पर मैनपावर की आवश्यकता है. ऐसे में वहां की लैंग्वेज सीखाने का काम भी किया जाएगा. आजकल अधिकांश प्लांट ऑटोमेटिक है, जिनमें मैनपावर की कम ही उपयोगिता रहती है. इसीलिए ऐसे प्लांट के लिए बात की जा रही है. जहां पर ज्यादा लोगों को रोजगार मिले.

पढ़ें: Rajasthan: विदेशी धन से चल रहे कोचिंग संस्थानों में सफलता की दर महज तीन फीसदी, 97 फीसदी बैरंग लौट रहे: निजी स्कूल संचालक

पर्यटन पर चर्चा: उन्होंने कहा कि बारां, बूंदी, झालावाड़ और कोटा में पर्यटक बढ़े इसके प्रयास उन्होंने किए हैं. यहां पर अच्छे अभ्यारण भी विकसित हो जाएंगे. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की बात करते हुए उन्होंने कहा कि रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में ज्यादा पोटेंशियल है. महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश से क्लीयरेंस आ जाने के बाद पांच टाइगरों को शिफ्ट किया जाएगा. रिवरफ्रंट का भी प्रमोशन किया गया है. हाड़ौती में पर्यटन के लिए दुनिया के बड़े स्टेकहोल्डर और ट्रेवल्स को बुलाकर चर्चा की जाएगी.

15 मिनट में मरीज तक पहुंचेगी एंबुलेंस: बिरला ने कहा कि ग्रामीण एरिया के लोगों को चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ उपलब्ध करवाई जाने पर काम चल रहा है. इमरजेंसी में केवल 15 मिनट में मरीज तक एंबुलेंस पहुंच जाए, ऐसी व्यवस्था की जा रही है. इसको लेकर सीएसआर से एंबुलेंस से मंगवाई जा रही है. ऐसे लोगों का निशुल्क इलाज करवाया जाना है. बिरला ने यह भी दावा कर दिया कि आने वाले दो साल में मेडिकल कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर का भरपूर उपयोग किया जाएगा और वहां ऐसी सुविधाएं विकसित कर दी जाएगी कि पैसे वाले लोग भी वहां पर इलाज कराने जाएंगे. सभी तरह की जांच होगी, जो कि देश के बड़े शहरों में हो रही है. इलाज के लिए पहुंचने वाले लोगों की कनेक्टिविटी अस्पतालों से बढ़ा दी जाएगी. मेडिकल कॉलेज के दोनों अस्पतालों में 300-300 बेड की डॉरमेट्री बनाई जाएगी, ताकि तीमारदार भी वहां पर आकर ठहर सकेंगे और उन्हें भोजन भी निशुल्क दिया जाएगा.

दशहरा मैदान का फेज 2 का होगा काम: बिरला ने कहा कि सीएसआर की मदद से 100 स्कूलों में निर्माण करवाए जाएंगे. कोटा में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को भी विकसित करवाया जाएगा. करीब 150 करोड़ से बायोगैस प्लांट कचरा निस्तारण के लिए करवाया जा रहा है. शहर में दो टाइम कचरा कलेक्शन की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा मृत मवेशी, कचरा निस्तारण व कई सुविधाओं के लिए व्हाट्सएप पर समाधान 2 घंटे में देने की व्यवस्था की जा रही है. दशहरे मैदान में फेज-2 का काम 150 करोड़ की लागत से करवाया जाएगा. इसमें डोम बनाने के साथ प्रदर्शनी के लिए भी जगह बनाई जाएगी. इसके अलावा छोटे ट्रेड फेयर भी यहां पर आयोजित किया जा सकते हैं.

वेलकम टू बेबी योजना: कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी के साथ-साथ रामगंज मंडीख् इटावा और अन्य कई मंडियों के विस्तार की भी योजना है. फल सब्जी मंडी का भी विस्तार किया जाएगा. इसे हाड़ौती के चारों जिलों के अनुसार बनाया जाएगा, ताकि यहां से माल दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के जरिए बड़े शहरों तक आसानी से पहुंच जाए. मिनी सचिवालय के निर्माण के साथ-साथ अदालत के निर्माण पर भी काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आर्मी के उच्च अधिकारियों से अदालत की बिल्डिंग की क्लीयरेंस के लिए बात की जाएगी.

ओम बिरला ने कहा कि मां सुपोषित अभियान वर्तमान में चल रहा है. उसके दो फेज पूरे हो गए हैं. अब वेलकम टू बेबी योजना आएगी. जिसके तहत 3 माह तक नवजात बेटी की मॉनिटरिंग की जाएगी. उसकी छोटी-मोटी जरूरत को भी पूरा करवाया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दादी-नानी का स्कूल भी शुरू किया जाएगा. साथ ही घुमक्कड़ जाति के बच्चों के लिए भी स्कूल की व्यवस्था की जाएगी.

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