बीकानेर. आज सावन का तीसरा सोमवार है. भगवान शिव की आराधना के लिए सावन मास का बड़ा महत्व है. सावन मास में शिवभक्त पूरे समय शिवभक्ति में डूबे नजर आते हैं. बीकानेर के वास्तुविद राजेश व्यास कहते हैं कि माना जाता है कि सावनमास और शिवपूजा में कुछ विशेष वास्तु उपाय करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और आपके जीवन में समृद्धि बनी रहती है.
अपराजिता पुष्प का प्रयोग : वास्तुविद राजेश व्यास कहते हैं कि अपराजिता के पौधे को लेकर मान्यता है कि अपराजिता का पौधा बहुत ही पवित्र पौधा है और इसके पुष्प भगवान शंकर को अत्यंत प्रिय हैं. यदि हम सावन में भगवान शिव को अपराजिता के पुष्प पूजा में अर्पित करते हैं तो समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और घर के लोगों में सामंजस्य बना रहता है.
नहीं रहती धन की कमी : वास्तुविद राजेश व्यास कहते हैं कि अपराजिता के फूलों में कुछ ऐसे गुण होते हैं जिनका उपाय सावन के महीने में धन और प्रचुरता को आकर्षित करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. राजेश व्यास बताते है कि अपराजिता के पुष्प ओर पौधे से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. सावन में अपराजिता पुष्प किसी भी दिन शिवलिंग पर अर्पित करते हैं तो जीवन के कई कष्टों से मुक्ति मिलती है. शिवलिंग पर पुष्प अर्पित करते हुए भगवान शिव के मन्त्रों का जाप करें और घर की समृद्धि की कामना करें.
उत्तर और पूर्व में लगाएं पौधा : व्यास कहते हैं कि घर मे अपराजिता का पौधा उत्तर और पूर्व में लगा सकते हैं. भगवान शंकर की पूजा के दौरान अपराजिता के ताजे फूल घर के मंदिर में रखें. अपराजिता के पांच पुष्प भगवान शिव को अर्पित करें. इन फूलों को पूरे दिन शिव जी की प्रतिमा के पास रखा रहने दें और शाम के समय इन्हें उठाकर अच्छी तरह से सुखा लें. सूखने के बाद घर की तिजोरी में इन फ़ूलों को रखें और धन के आगमन की प्रार्थना करें. इस उपाय से आपके घर में धन का आगमन हो सकता है और यदि पैसा व्यर्थ के कामों में खर्च होता है तो वो भी रुक सकता है. धन लाभ के लिए पर्स में भी अपराजिता के फूल रख सकते है.