लातेहार: भारतीय जनता पार्टी द्वारा लातेहार जिले में जिला अध्यक्ष एवं जिला प्रभारी की घोषणा के बाद विरोध के स्वर और तेज हो गए हैं. ओबीसी मोर्चा जिला इकाई ने बीजेपी के फैसले के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. ओबीसी मोर्चा की ओर से ऐलान किया गया है कि अगर प्रदेश नेतृत्व अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं करता है, तो 4 फरवरी को बैठक कर कड़े फैसले लिये जायेंगे.
ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद ने कहा कि लातेहार जिले में 52 फीसदी से ज्यादा आबादी अन्य पिछड़ा वर्ग की है. इसके बावजूद राजनीति में ओबीसी की उपेक्षा की जाती है. उन्होंने कहा कि 90 फीसदी से ज्यादा ओबीसी लोग भारतीय जनता पार्टी को वोट देते हैं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने बिना ओबीसी वर्ग से विचार विमर्श किये लातेहार जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी की घोषणा कर दी.
4 फरवरी के बाद लिए जाएंगे कड़े फैसले: जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद ने कहा कि भाजपा प्रदेश कमेटी के इस फैसले के खिलाफ चार फरवरी को ओबीसी मोर्चा की बैठक होगी. अगर भाजपा प्रदेश कमेटी अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती है तो 4 फरवरी के बाद मोर्चा कड़े फैसले लेने को मजबूर होगा. उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्ष या जिला प्रभारी में से कम से कम एक पद ओबीसी वर्ग के लोगों को दिया जाना चाहिए.
इस दौरान सांसद प्रतिनिधि पवन गुप्ता ने कहा कि वर्षों से भाजपा का झंडा ढोने वालों की अनदेखी करना और ऐसे लोगों को पद देना जो कुछ दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं, यह बर्दाश्त करने लायक नहीं है. भाजपा प्रदेश कमेटी को इस पर पुनर्विचार करना होगा. मौके पर ओबीसी मोर्चा के मोती प्रसाद सोनी, रामप्यारे प्रसाद, डॉ. विजय कुमार, निक्कू कुमार, आशीष कुमार गुप्ता, रंजन प्रसाद समेत कई लोग मौजूद थे.
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