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स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार स्कूलों की सफाई के लिए निर्धारित किए नंबर, कक्षाओं में रखना होगा कूड़ादान - Cleanliness survey in school

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 10, 2024, 10:37 AM IST

Dehradun Cleanliness Survey स्वच्छता सर्वेक्षण में देहरादून नगर निगम साल 2023 में 68 वें पायदान पर आया था. लेकिन इस बार नगर निगम अपनी रैकिंग सुधारने पर जुटा हुआ है. लेकिन इस सबके बीच नगर निगम की चुनौतियां भी कम नहीं हैं. वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार स्कूलों की सफाई के लिए नंबर निर्धारित किए गए हैं.

Dehradun Municipal Corporation
देहरादून नगर निगम (Photo-Etv Bharat)

देहरादून: नगर निगम को इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में अच्छे अंक लाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. इस बार शहर की स्कूलों की सभी कक्षा में अगर गीले-सूखे कूड़े के लिए अलग-अलग कूड़ेदान नहीं हुए तो नंबर काटे जाएंगे. पहली बार स्वच्छता सर्वेक्षण में स्कूलों की सफाई के लिए नंबर निर्धारित किए गए हैं. इस बार सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय टीम स्कूलों में भी जाएगी.

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत स्कूल में शौचालय की सफाई, सभी कक्षा में गीले-सूखे कचरे के कूड़ेदान,छात्रों के लिए सेनेटरी नैपकिन और उसे डिस्पोजल के लिए नंबर दिए जाएंगे. यह श्रेणी 150 नंबर की तय की गई है. साथ ही केंद्रीय टीम सर्वेक्षण में यह भी देखेगी की जो सुविधा स्कूलों में उपलब्ध कराई जा रही है उनका छात्र छात्राएं प्रयोग कर रहे हैं या नहीं. वहीं पर्यटन स्थलों पर भी सफाई के लिए भी इस बार नंबर मिलेंगे. साथ ही कार्यालय की दीवारों पर रेड स्पॉट का निरीक्षण करेगी और रेड स्पॉट दिखा तो निर्धारित 60 अंक काटे जाएंगे. स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 ट्रिपल आर (रिफ्यूज, रिड्यूस, और रीसाइकिल) पर आधारित है और इस बार 9500 अंक आधारित है.

तीन हिस्सों में बांटा गया सर्वेक्षण

  • सर्विस लेवल प्रक्रिया पर 60 प्रतिशत यानी 5705 अंक निर्धारित हैं, इसमें कचरा,संग्रहण,निस्तारण,आवासीय कालोनियां और बाजारों की सफाई देखी जाएगी.
  • सर्टिफिकेशन के 26 प्रतिशत यानी 2500 अंक हैं, इसमें सामुदायिक शौचालय और अन्य काव्य की प्रक्रिया का सर्वेक्षण किया जाएगा.
  • जन भागीदारी के 14 प्रतिशत यानी 1295 अंक हैं, इसमें शिकायतों का निस्तारण अप के जरिए करने की प्रक्रिया देखी जाएगी.

स्वच्छता सर्वेक्षण में किन श्रेणियों में रहेगी चुनौती

  • नए निर्माण के दौरान निकलने वाले कचरे का निस्तारण हो रहा है या नहीं.
  • विवाह स्थल,शिक्षण संस्थान,कार्यालय,होटल और रेस्टोरेंट कचरे से खाद बनाने की मशीन लगा चुके या नहीं इसके 100 अंक तय हैं.
  • इस बार 600 अंकों का सिटीजन फीडबैक होगा,इसमें स्वच्छता चैंपियन और लोकल ब्रांड एंबेसडर शहरवासियों को सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देंगे.
  • शहर में ड्रेनेज सिस्टम अभी तैयार नहीं हुआ है और सीवरेज का कार्य चल रहा है. बारिश में जल निकासी व्यवस्था बीच चुनौती बनी है. डोर टू डोर कूड़ा उठान व्यवस्था भी हर वार्ड में खराब है. इन सभी के लिए 300 उनका निश्चित है और नंबरों को पाने के लिए भी नगर निगम को काफी मेहनत करनी होगी.

नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया है कि स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम प्रशासन कार्य कर रहा है. साल 2023 में देहरादून नगर निगम 68 वें पायदान पर आया था और इस बार भी अच्छे अंक लाने की कोशिश की जा रही है.

पढ़ें-दून नगर निगम महाघोटाला: 9 करोड़ के सफाई कर्मचारी वेतन घोटाले में कार्रवाई का इंतजार हुआ लंबा, जानें क्यों

देहरादून: नगर निगम को इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में अच्छे अंक लाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. इस बार शहर की स्कूलों की सभी कक्षा में अगर गीले-सूखे कूड़े के लिए अलग-अलग कूड़ेदान नहीं हुए तो नंबर काटे जाएंगे. पहली बार स्वच्छता सर्वेक्षण में स्कूलों की सफाई के लिए नंबर निर्धारित किए गए हैं. इस बार सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय टीम स्कूलों में भी जाएगी.

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत स्कूल में शौचालय की सफाई, सभी कक्षा में गीले-सूखे कचरे के कूड़ेदान,छात्रों के लिए सेनेटरी नैपकिन और उसे डिस्पोजल के लिए नंबर दिए जाएंगे. यह श्रेणी 150 नंबर की तय की गई है. साथ ही केंद्रीय टीम सर्वेक्षण में यह भी देखेगी की जो सुविधा स्कूलों में उपलब्ध कराई जा रही है उनका छात्र छात्राएं प्रयोग कर रहे हैं या नहीं. वहीं पर्यटन स्थलों पर भी सफाई के लिए भी इस बार नंबर मिलेंगे. साथ ही कार्यालय की दीवारों पर रेड स्पॉट का निरीक्षण करेगी और रेड स्पॉट दिखा तो निर्धारित 60 अंक काटे जाएंगे. स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 ट्रिपल आर (रिफ्यूज, रिड्यूस, और रीसाइकिल) पर आधारित है और इस बार 9500 अंक आधारित है.

तीन हिस्सों में बांटा गया सर्वेक्षण

  • सर्विस लेवल प्रक्रिया पर 60 प्रतिशत यानी 5705 अंक निर्धारित हैं, इसमें कचरा,संग्रहण,निस्तारण,आवासीय कालोनियां और बाजारों की सफाई देखी जाएगी.
  • सर्टिफिकेशन के 26 प्रतिशत यानी 2500 अंक हैं, इसमें सामुदायिक शौचालय और अन्य काव्य की प्रक्रिया का सर्वेक्षण किया जाएगा.
  • जन भागीदारी के 14 प्रतिशत यानी 1295 अंक हैं, इसमें शिकायतों का निस्तारण अप के जरिए करने की प्रक्रिया देखी जाएगी.

स्वच्छता सर्वेक्षण में किन श्रेणियों में रहेगी चुनौती

  • नए निर्माण के दौरान निकलने वाले कचरे का निस्तारण हो रहा है या नहीं.
  • विवाह स्थल,शिक्षण संस्थान,कार्यालय,होटल और रेस्टोरेंट कचरे से खाद बनाने की मशीन लगा चुके या नहीं इसके 100 अंक तय हैं.
  • इस बार 600 अंकों का सिटीजन फीडबैक होगा,इसमें स्वच्छता चैंपियन और लोकल ब्रांड एंबेसडर शहरवासियों को सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देंगे.
  • शहर में ड्रेनेज सिस्टम अभी तैयार नहीं हुआ है और सीवरेज का कार्य चल रहा है. बारिश में जल निकासी व्यवस्था बीच चुनौती बनी है. डोर टू डोर कूड़ा उठान व्यवस्था भी हर वार्ड में खराब है. इन सभी के लिए 300 उनका निश्चित है और नंबरों को पाने के लिए भी नगर निगम को काफी मेहनत करनी होगी.

नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया है कि स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम प्रशासन कार्य कर रहा है. साल 2023 में देहरादून नगर निगम 68 वें पायदान पर आया था और इस बार भी अच्छे अंक लाने की कोशिश की जा रही है.

पढ़ें-दून नगर निगम महाघोटाला: 9 करोड़ के सफाई कर्मचारी वेतन घोटाले में कार्रवाई का इंतजार हुआ लंबा, जानें क्यों

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