नूंह : हरियाणा के नूंह में मनरेगा में फर्जी जॉब कार्डों के आधार पर फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है. रेवाड़ी की सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड ने पूरे मामले में बीजेपी महिला मोर्चे की नवनियुक्त प्रदेश सचिव अंजू बाला, मनरेगा एबीपीओ साजिद और मेट पर फर्जीवाड़े के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है. अगर अंजू बाला की बात करें तो वो नगीना खंड की ग्राम पंचायत भादस की पूर्व महिला सरपंच और बीजेपी महिला मोर्चा की पूर्व जिला अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड को मिली थी शिकायत : जानकारी के मुताबिक सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड के एएसआई सचिन कुमार ने नगीना पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि साल 2020-21 में उन्हें एक शिकायत मिली थी जिसमें कहा गया था कि भादस ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत सरपंच और पंचायत विभाग के अफसरों ने मिलकर फर्जी जॉब कार्डों के जरिए गांव में निर्माण कार्य कराए हैं. शिकायत मिलने के बाद पूरे मामले में जांच की गई तो मिला कि सरपंच ने जिन मजदूरों के जॉब कार्ड बनवाए थे, उन मजदूरों ने कभी मनरेगा में काम ही नहीं किया था.
बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का आरोप : एएसआई सचिन कुमार ने आगे बताया कि जांच में पाया गया कि फर्जीवाड़ा यहीं तक सीमित नहीं था, बल्कि जॉब कार्ड किसी दूसरे शख्स का और बैंक खाता किसी और शख्स का लगाया गया था. ऐसे सैकड़ों लोगों के जॉब कार्ड गांव में ही बनाए गए थे. मनरेगा योजना के तहत निर्माण के जिन कामों को मजदूरों से कराया जाना था, उन कामों को सरपंच और पंचायत विभाग के अधिकारियों ने मशीनों का इस्तेमाल करते हुए कराया और मनरेगा मजदूरों के फर्जी बैंक खाते खुलवाए गए और मनरेगा मजदूरी के पैसे डलवाकर फिर उसे निकाल लिया गया. सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड के एएसआई सचिन कुमार ने बताया कि जांच में कुल 70 हजार 452 रुपए का गबन करने का मामला सामने आया है.
पुलिस गिरफ्त से दूर आरोपी : नगीना के एडिशनल एसएचओ अब्दुल गफ्फार ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायत के आधार पर पूर्व सरपंच अंजू बाला, मनरेगा एबीपीओ साजिद हुसैन और मेट(मनरेगा की मॉनिटरिंग करने वाले)के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. अभी आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर है. साथ ही मामले में ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कौन-कौन इसमें शामिल है.
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