कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी लगातार पेपर लीक और धांधलियों का आरोप मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी के मामले में झेल रही है. इस मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर कई अनियमितताओं के आरोप भी अभ्यर्थी लगा रहे हैं और लगातार सोशल मीडिया से लेकर हर जगह पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को निशाने पर लिया जा रहा है. इस संबंध में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आज फिर अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. इस संबंध में एक नोटिफिकेशन दिया है, जिसमें एनटीए की सीनियर डायरेक्टर डॉ. साधना पाराशर ने साफ स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अनफेयर मिंस के मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के बनाए गए नियमों के अनुसार कार्रवाई कर रही है.
दूसरी तरफ नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने वाले कुछ लोगों को पकड़ा था, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की गई है. इसके अलावा कई राज्यों की पुलिस भी इस तरह की कार्रवाई कर रही है. एनटीए नीट यूजी के मामले में जांच कर रही एजेंसी की पूरी मदद भी कर रही है, लेकिन उन्होंने साफ किया है कि अभी तक स्टेट पुलिस के दर्ज किए गए मामलों में पूरा अनुसंधान नहीं हुआ है. साथ ही स्पष्ट शब्दों में उन्होंने कहा है कि पेपर लीक का कोई भी केस अभी तक नहीं आया है, इसीलिए पेपर लीक भी नहीं हुआ है.
45 अंक बढ़ गए हैं औसत मार्क्स : एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जारी किए गए स्टैटिसटिक्स के अनुसार बीते साल नीट यूजी में शामिल अभ्यर्थियों के औसत मार्क्स 279.41 थे, जबकि इस बार यह अंक बढ़कर 323.55 हो गए हैं. ऐसे में करीब 45 अंकों का बढ़ोतरी इसमें देखने को मिली है. इसी के चलते नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की जारी की गई कट ऑफ में भी बढ़ोतरी हुई है. बीते साल जहां पर 137 अंक थे इस बार 164 अंक पहुंच गई है. इसमें 27 अंकों की बढ़ोतरी हुई.
30 दिन में रिजल्ट जारी इसलिए किया : एनटीए का साफ कहना है कि पूरे नियम कायदे के अनुसार ही उन्होंने परिणाम 4 जून को जारी किया है. इसमें पूरी तरह से पारदर्शिता बरती गई है. जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN) के पहले सेशन का रिजल्ट 11 दिन और दूसरे सेशन का परिणाम 15 दिन में जारी कर दिया गया था. इसी तरह से एनटीए ने नीट यूजी के 23 लाख कैंडिडेट का परिणाम भी 30 दिन के भीतर जारी कर दिया है.
13373 ने किया था प्रश्न को चैलेंज, इसलिए बढ़ें अंक : डॉ. साधना पाराशर ने फिजिक्स के सवाल का भी हवाला दिया. इसके संबंध उन्होंने में बताया कि इस प्रश्न पर 13,373 चैलेंज अभ्यर्थियों ने किए थे. इसमें ओल्ड एनसीआरटी और न्यू एनसीआरटी के तहत अलग-अलग आंसर आ रहे थे. ऐसे में पहले प्रोविजनल आंसर की में एक जवाब को सही माना गया था, जिसके चलते 17 विद्यार्थियों के 720 में से 720 अंक आ रहे थे, लेकिन जब विद्यार्थियों की आपत्ति पर दो ऑप्शन को भी सही माना गया, तब 44 विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गई, जबकि 6 कैंडिडेट को ग्रेसिंग मार्क्स मिलने पर वे टॉपर लिस्ट में पहुंच गए और उनके भी 720 में से 720 अंक हुए है.
कोर्ट के आदेश पर ग्रेसिंग मार्क्स : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यह भी खुलासा किया है कि एक रिट पिटिशन हाई कोर्ट ऑफ़ पंजाब एंड हरियाणा, दिल्ली व छत्तीसगढ़ में दाखिल की गई थी, जिसमें नीट यूजी एग्जाम के कुछ सेंटर्स पर समय की हानि की बात कैंडिडेट ने कही थी. इनका जब सीसीटीवी से मूल्यांकन किया गया, तब यह मामला सही निकला. इसके बाद ही उन्हें अनुग्रह अंक कोर्ट ऑर्डर पर दिए गए हैं. यह भी 1563 कैंडिडेट को दिए हैं.
यह रहे है औसत अंक
साल | औसत अंक | कटऑफ मार्क्स |
2020 | 297.18 | 147 |
2021 | 286.13 | 138 |
2022 | 259.00 | 117 |
2023 | 279.41 | 137 |
2024 | 323.55 | 164 |