लखनऊः बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) आईआईटी में छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के आरोपियों को जमानत मिलने के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सोमवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट नंबर एक पर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका. कहा कि भाजपा से जुड़े होने के कारण आरोपियों को बचाया गया है.
NSUI के 12 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार
एनएसयूआई के लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई के द्वारा बीएचयू आईआईटी में गैंगरेप के आरोपियों को जमानत मिलने के लिए सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार और भाजपा को जिम्मेदार ठहराया गया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच में जमकर झड़प हुई. पुलिस प्रशासन किसी तरह से एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से पुतला छीनकर उसमें लगी आग को बुझाने में कामयाब रही. इस दौरान पुलिस ने एनएसयूआई के करीब एक दर्जन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे झड़प के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय के सामने रोड पर भीषण जाम लग गया. वहीं, प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को वहां से हटाने को लेकर पुलिस को कड़ी मशक्कत का सामना करना.
एनएसयूआई के आर्यन मिश्रा ने बताया कि एक तरफ बीजेपी पश्चिम बंगाल में हुए बलात्कार को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही है. वहीं, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय सीट पर योगी सरकार की लचर पैरवी के कारण घटना में शामिल तीनों मुख्य आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल गई है.
उन्होंने बताया कि यह तीनों आरोपी भाजपा आईटी सेल के सदस्य रहे हैं. इसलिए इन्हें सरकार ने सजा दिलाने की कोशिश भी नहीं की है. इसी के विरोध में और पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए यह विरोध प्रदर्शन किया गया है.
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