लखनऊ : प्रदेश के राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में हुए विभागीय प्रमोशन के मामले में अब उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा अप्लाइड साइंस एंड ह्यूमैनिटी संघ विभाग के मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. संघ ने साफ कहा है कि अगर गलत तरीके से हुए प्रमोशन की प्रक्रिया को अगर सरकार वापस नहीं लेती है तो आगामी 2 जनवरी से प्रदेश के सभी राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में काम करने वाले शिक्षक विरोध प्रदर्शन करेंगे.
इसके पहले चरण में शिक्षक कॉलेज में काली पट्टी बांधकर पहुंचेंगे. अगर उनकी मांगों पर सरकार ने कोई विचार नहीं किया, तो संघ आगे उग्र प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा. उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा अप्लाइड साइंस एंड ह्यूमैनिटी संघ प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ मोर्चा खोला है. संघ ने एक सप्ताह में पदोन्नति आदेश को निरस्त न करने पर सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी है.
भोला नाथ प्रसाद ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र: संघ के महामंत्री भोला नाथ प्रसाद ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को एक पत्र भी भेजा है. इसमें उन्होंने कहा है कि विभाग के मंत्री ने लोक सेवा आयोग द्वारा सीधी भर्ती के पदों को विभागीय प्रमोशन कराकर 50 करोड़ सालाना की वित्तीय अनियमितता की है. उन्होंने अपने सगे संबंधियों को सीधी भर्ती के पदों पर नियुक्त किया है. इसके विरोध में संघ प्रदेश व्यापी प्रदर्शन करेगा.
संघ के महामंत्री भोलानाथ प्रसाद ने कहा कि मंत्री ने जो पदोन्नतियां ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन के नियमों के विपरीत जाकर की है. यह विभाग में घोर वित्तीय घोटाले की ओर इशारा करता है.
सैलरी सीधे सवा दो लाख हुई: संघ के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि यह अनियमित में जानबूझकर की गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने नियमों की गलत व्याख्या कर सीधे भर्ती विभाग अध्यक्ष के पद पर निरस्त हो चुकी सेवा नियमावली के आधार पर 9 दिसंबर को पदोन्नति कर दी. उन्होंने कहा कि पदोन्नति में विभागाध्यक्षों के पद पर वेतनमान लेवल 13 ए ग्रेड पे 9000 दिया गया है.
इसमें प्रमोशन पर शिक्षकों की अर्हता जो एआईसीटीई ने तय की थी उसको भी पूरी तरह से अनदेखा किया गया है. अध्यक्ष ने कहा कि बीटेक अर्हता वाले प्रवक्ताओं को लेवल 9 ए से सीधे 13 ए का वेतनमान दे दिया गया. इससे इन शिक्षक का वेतनमान लगभग सवा 2 लाख हो गया है. उन्होंने इस मामले की जांच व नियम विरुद्ध हुई पदोन्नति को निरस्त करने की मांग की.
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