मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट के बाद आज यानी सोमवार से छह मई तक वैशाली लोकसभा सीट के कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन की प्रक्रिया होगी. वैशाली लोकसभा सीट के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही इसके आरओ जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन के कार्यालय कक्ष में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है.
नामांकन की तैयारी पूरी: नामांकन के लिए नाम निर्देशन कोषांग का गठन किया गया है. इस कोषांग में करीब 20 पदाधिकारी और कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही अभ्यर्थियों के नामांकन पत्रों की जांच व सहायता के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया है. नामांकन के लिए चार अभ्यर्थियों ने नाजिर रसीद कटाई है. वैशाली लोकसभा के रिटर्निंग ऑफिसर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन खुद नामांकन की सभी प्रक्रियाएं पूरी करेंगे.
चेक पोस्ट व टोल प्लाजा का जायजा: डीएम ने खुद कोषांग गठित करने के साथ ही पदाधिकारी और कर्मियों की तैनाती कर उनके दायित्वों से अवगत कराया है. इधर, मुजफ्फरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के व्यय प्रेक्षक राज कुमार सिंह मेहरा ने बोचहां व गायघाट विधानसभा क्षेत्र में बनाए गए चेक पोस्ट व टोल प्लाजा का निरीक्षण किया.
संबंधित अधिकारियों को डीएम ने दिए निर्देश: डीएम सुब्रत सेन ने मुजफ्फरपुर-दरभंगा रोड के चेकपोस्ट के साथ गायघाट विधानसभा क्षेत्र के टोल प्लाजा पर किए जा रहे वाहनों की जांच का अवलोकन किया. इन स्थानों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों को सभी वाहनों की कड़ाई से जांच करने का निर्देश दिया. अभ्यर्थी व्यय अनुश्रवण कोषांग के नोडल पदाधिकारी जाकिर अली अंसारी, सहायक व्यय प्रेक्षक, स्टैटिक निगरानी दल, उड़नदस्ता दल, वीडियो निगरानी दल, वीडियो अवलोकन दल, लेखा दल, अभ्यर्थी व्यय अनुवीक्षण काल सेंटर के कार्यों की समीक्षा बैठक भी की. इस दौरान उपस्थित पदाधिकारियों से कार्य दायित्व के निर्वहन में आ रही कठिनाइयों के बारे में जाना.
नाम निर्देशन कोषांद में पदाधिकारियों की तैनाती: वहीं, नाम निर्देशन कोषांग में करीब 13 और हेल्प डेस्क पर 16 पदाधिकारी और कर्मियों की तैनाती की गई है. नामांकन कक्ष में आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था उप निर्वाचन पदाधिकारी को करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. नाम निर्देशन कोषांग में तैनात पदाधिकारी उम्मीदवारों के दस्तावेज, मुकदमे और संपत्ति का ब्योरा समेत अन्य बिंदुओं पर जांच करेंगे. प्रत्याशी के साथ प्रस्तावक ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी के कक्ष तक जाएंगे.
ड्रॉप गेट-बैरिकेडिंग के पास 12 मजिस्ट्रेट तैनात: कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर ही सभी वाहनों को रोक दिया जाएगा. इसके लिए बैरिकेडिंग और ड्रॉप गेट बनाया गया है. नामांकन की प्रक्रिया के दौरान विधि व्यवस्था के लिए बनाए गए ड्रॉप गेट और बैरिकेडिंग के पास 12 दंडाधिकारी और 30 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. कलेक्ट्रेट परिसर की कम से कम सौ मीटर की दूरी पर पर ही सभी वाहन लगाए जाएंगे.
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