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नोएडा में अंतर्राज्यीय वाहन चोरी गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, 17 मोटरसाइकिल बरामद - Vehicle Theft Gang

Vehicle Theft Gang: नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद जैसे शहरों में बाइक, स्कूटी चोरी किया करते थे. पुलिस ने 3 चोरों को गिरफ्तार किया है, वहीं चोरी की 17 बाइक बरामद की है.

Noida two wheeler theft gang arrested
नोएडा
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 3, 2024, 6:55 AM IST

नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा जैसे शहरों में दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले गिरोह के तीन बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं. ये गैंग घरों और बाजारों में खड़ी बाइक और स्कूटी की रेकी करने के बाद चोरी किया करते थे. क्राइम रिस्पॉन्स टीम, स्वाट-2 और सेक्टर-142 थाने की पुलिस की ओर से संयुक्त कार्रवाई में इन्हें गिरफ्तार किया गया है. बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी की 17 मोटरसाइकिल बरामद की है. गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थाने में 21 मुकदमे दर्ज हैं.

आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थाने में दर्ज हैं 21 मुकदमे

डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि सेक्टर-142 थाना प्रभारी विनीत राणा की अगुवाई में संयुक्त टीम सूचना के आधार पर क्रासा चौराहे के पास चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान बाइक पर सवार होकर तीन लोग उधर से गुजरे. संदिग्ध लगने पर जब पुलिस की टीम ने तीनों को रुकने का इशारा किया, तो सभी भागने की कोशिश करने लगे. इसके बाद पुलिस ने पीछा कर तीनों को पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान पता चला कि तीनों बाइक सवार अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्य हैं.

आरोपियों की पहचान हापुड़ निवासी 23 वर्षीय नईम, बुलंदशहर निवासी 35 वर्षीय इमरान और बदायूं निवासी 22 वर्षीय जुल्फिकार के रूप में हुई. बदमाशों के खिलाफ नोएडा के अलावा दिल्ली और गाजियाबाद सहित अन्य जिलों में भी मुकदमा दर्ज हैं. नईम और इमरान के खिलाफ दस-दस जबकि जुल्फिकार पर एक मुकदमा दर्ज है. बरामद मोटरसाइकिल बदमाशों ने चोरी करने के बाद अलग-अलग जगह छिपाई थी और इन्हें बेचने की फिराक में ग्राहक की तलाश कर रहे थे. तीनों ऑन डिमांड भी वाहनों की चोरी करते थे. गिरोह के सदस्य बीते चार साल से चोरी की वारदात कर रहे हैं और पूर्व में नोएडा सहित अन्य जगहों से जेल भी जा चुके हैं. सभी आरोपी दिल्ली एनसीआर में बाइक चोरी करते थे और कबाड़ियों को भी बेचते थे. मिले पैसों को आपस में बांटकर उससे मौज मस्ती करते थे.

लूट में इस्तेमाल करते थे चोरी की बाइक

डीसीपी क्राइम ने बताया पुलिस के हत्थे चढ़े सभी बदमाश अंतरराज्यीय मोटरसाइकिल और स्कूटी चोर गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं. पूछताछ के दौरान ये भी सामने आया है कि चोरी की बाइक से आरोपी मोबाइल और चेन लूट की घटना को भी अंजाम देते थे. पकड़े जाने के डर से आरोपी अपने ठिकाने लगातार बदलते रहते थे. गिरोह के सदस्य चोरी की मोटरसाइकिल और स्कूटी को जुल्फिकार को बेचते थे. जुल्फिकार वर्तमान में न्यू अशोक नगर दिल्ली में रहता है. जो नईम एवं इमरान से लगभग चार सालों से लगातार चोरी की मोटरसाइकिल खरीद रहा है पकडे जाने के डर से वाहनों को काट कर उनके स्पेयर पाटर्स बेच दिये जाते थे. सभी आरोपी महज आठवीं से दसवीं पास हैं.

ये भी पढ़ें- 6 महीने बाद संजय सिंह जेल से 'आजाद', क्यों हुई थी गिरफ्तारी?, कब क्या हुआ, जानिए

नकली चाबी से एक मिनट में फ्री करते थे लॉक

पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने पास दर्जनों नकली चाबी रखते थे. एक खास तरह मशीन में चाबी को लगाकर बदमाश मोटरसाइकिल के लॉक को महज एक मिनट में फ्री कर देते थे. जिस वाहन की चोरी करनी होती थी, बदमाश उसकी कुछ समय पहले से ही रेकी करते थे. बदमाशों के निशाने पर पल्सर और अपाचे बाइक होती थी. इनका लॉक आसानी से टूट जाता है. चोरी की बाइक को बदमाश महज दस से 16 हजार रुपये में बेच देते थे. ज्यादातर चोरी की बाइक को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सुदूर गांवों में रहने वाले लोगों को बेचा जाता था. पुलिस चोरी के वाहनों को खरीदने वालों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है.

ये भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने दो शातिर वाहन चोर को किया गिरफ्तार, वाहनों की पांच बैटरी समेत कई सामान बरामद

नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा जैसे शहरों में दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले गिरोह के तीन बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं. ये गैंग घरों और बाजारों में खड़ी बाइक और स्कूटी की रेकी करने के बाद चोरी किया करते थे. क्राइम रिस्पॉन्स टीम, स्वाट-2 और सेक्टर-142 थाने की पुलिस की ओर से संयुक्त कार्रवाई में इन्हें गिरफ्तार किया गया है. बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी की 17 मोटरसाइकिल बरामद की है. गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थाने में 21 मुकदमे दर्ज हैं.

आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थाने में दर्ज हैं 21 मुकदमे

डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि सेक्टर-142 थाना प्रभारी विनीत राणा की अगुवाई में संयुक्त टीम सूचना के आधार पर क्रासा चौराहे के पास चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान बाइक पर सवार होकर तीन लोग उधर से गुजरे. संदिग्ध लगने पर जब पुलिस की टीम ने तीनों को रुकने का इशारा किया, तो सभी भागने की कोशिश करने लगे. इसके बाद पुलिस ने पीछा कर तीनों को पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान पता चला कि तीनों बाइक सवार अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्य हैं.

आरोपियों की पहचान हापुड़ निवासी 23 वर्षीय नईम, बुलंदशहर निवासी 35 वर्षीय इमरान और बदायूं निवासी 22 वर्षीय जुल्फिकार के रूप में हुई. बदमाशों के खिलाफ नोएडा के अलावा दिल्ली और गाजियाबाद सहित अन्य जिलों में भी मुकदमा दर्ज हैं. नईम और इमरान के खिलाफ दस-दस जबकि जुल्फिकार पर एक मुकदमा दर्ज है. बरामद मोटरसाइकिल बदमाशों ने चोरी करने के बाद अलग-अलग जगह छिपाई थी और इन्हें बेचने की फिराक में ग्राहक की तलाश कर रहे थे. तीनों ऑन डिमांड भी वाहनों की चोरी करते थे. गिरोह के सदस्य बीते चार साल से चोरी की वारदात कर रहे हैं और पूर्व में नोएडा सहित अन्य जगहों से जेल भी जा चुके हैं. सभी आरोपी दिल्ली एनसीआर में बाइक चोरी करते थे और कबाड़ियों को भी बेचते थे. मिले पैसों को आपस में बांटकर उससे मौज मस्ती करते थे.

लूट में इस्तेमाल करते थे चोरी की बाइक

डीसीपी क्राइम ने बताया पुलिस के हत्थे चढ़े सभी बदमाश अंतरराज्यीय मोटरसाइकिल और स्कूटी चोर गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं. पूछताछ के दौरान ये भी सामने आया है कि चोरी की बाइक से आरोपी मोबाइल और चेन लूट की घटना को भी अंजाम देते थे. पकड़े जाने के डर से आरोपी अपने ठिकाने लगातार बदलते रहते थे. गिरोह के सदस्य चोरी की मोटरसाइकिल और स्कूटी को जुल्फिकार को बेचते थे. जुल्फिकार वर्तमान में न्यू अशोक नगर दिल्ली में रहता है. जो नईम एवं इमरान से लगभग चार सालों से लगातार चोरी की मोटरसाइकिल खरीद रहा है पकडे जाने के डर से वाहनों को काट कर उनके स्पेयर पाटर्स बेच दिये जाते थे. सभी आरोपी महज आठवीं से दसवीं पास हैं.

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नकली चाबी से एक मिनट में फ्री करते थे लॉक

पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने पास दर्जनों नकली चाबी रखते थे. एक खास तरह मशीन में चाबी को लगाकर बदमाश मोटरसाइकिल के लॉक को महज एक मिनट में फ्री कर देते थे. जिस वाहन की चोरी करनी होती थी, बदमाश उसकी कुछ समय पहले से ही रेकी करते थे. बदमाशों के निशाने पर पल्सर और अपाचे बाइक होती थी. इनका लॉक आसानी से टूट जाता है. चोरी की बाइक को बदमाश महज दस से 16 हजार रुपये में बेच देते थे. ज्यादातर चोरी की बाइक को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सुदूर गांवों में रहने वाले लोगों को बेचा जाता था. पुलिस चोरी के वाहनों को खरीदने वालों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है.

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