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"सावन आ गया लेकिन बारिश नहीं, 5- 6 दिन में नहीं बरसे बदरा तो आत्महत्या ही सहारा" - No Rain In Gaurela Pendra Marwahi

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 22, 2024, 12:09 PM IST

Updated : Jul 22, 2024, 1:55 PM IST

Rain In Gaurela Pendra Marwahi, SAWAN 2024 छत्तीसगढ़ में बारिश शुरू हुए महीनाभर बीत चुका है. लेकिन कुछ इलाकों में अबतक ठीक से बारिश नहीं हुई है. जुलाई में अच्छी बारिश के बाद खेती का काम शुरू हो जाता है. लेकिन गौरेला पेंड्रा मरवाही में अब तक खेती किसानी का काम शुरू नहीं हो सका है. यहां के ज्यादातर किसान बारिश पर निर्भर है. किसान हर रोज बारिश की आस में आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे है मगर बारिश नहीं हो रही है. इंद्रदेव को खुश करने अब पूजा पाठ का सहारा लिया जा रहा है.

NO RAIN IN GAURELA PENDRA MARWAHI
जीपीएम में बारिश नहीं होने से खेत सूखे (ETV Bharat GFX)

गौरेला पेंड्रा मरवाही: छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है. आषाढ़ का महीना बीत चुका है. सावन का महीना शुरू हो गया है. लेकिन अब तक अच्छी बारिश नहीं हुई. बारिश नहीं होने से खेती किसानी में देरी हो रही है. किसान परेशान है. बारिश के लिए पूजा पाठ और हवन करवाया जा रहा है. किसानों का कहना है कि अगर हफ्तेभर में अच्छी बारिश नहीं हुई तो आत्महत्या करनी पड़ सकती है.

जीपीएम में बारिश नहीं होने से खेत सूखे (ETV Bharat)

गौरेला में बारिश नहीं होने से किसान परेशान: जीपीएम के कई गांवों में थोड़ी बहुत बारिश के बाद किसानों ने खेती का काम शुरू कर दिया. कई खेतों में जुताई हो चुकी है. कुछ किसानों अब भी जुताई कर रहे हैं. बारिश नहीं होने से खेतों में घास उग आई है. भदौरा गांव के किसान बताते हैं कि पिछले 10 दिनों में एक बार भी अच्छी बारिश नहीं हुई. जिन किसानों ने खेतों में फसल की बुआई की, वहां खेत सूखने लगे हैं. खेतों में दरारें पड़ चुकी है. परेशान किसानों का कहना है कि 3 से 4 लाख रुपये की लागत कर खेती का काम कर रहे हैं. बारिश नहीं हुई तो कर्ज में डूब जाएंगे और फिर खुदकुशी ही एक उपाय रह जाएगा.

no rain in Gaurela Pendra Marwahi
जीपीएम में बारिश नहीं होने से खेत सूखे (ETV Bharat Chhattisgarh)

बारिश तो हो ही नहीं रही है. बिल्कुल बारिश नहीं हो रही. बारिश के बिना खेती के बारे में सोच भी नहीं सकते. जबरदस्त की बोआई कर रहे हैं. महीनेभर पहले हल्की फुल्की बारिश हुई. सावन में बारिश हो गई तो ठीक है. बाद में बारिश गिरने से कोई फायदा नहीं. - राम चरन पोर्ते, किसान

इस साल किसानों के लिए बारिश के मामले में बिल्कुल अच्छा नहीं दिख रहा है. बहुत कम खेती किसानी का काम चल रहा है. बारिश नहीं होने से खेतों में दरारें पड़ गई है. हफ्तेभर में बारिश हो गई तो ठीक है नहीं तो किसानों को आत्महत्या करनी पड़ जाएगी. -दिल राज सिंह, किसान


इंद्र देव को प्रसन्न करने में लगे किसान: सेमरा भदौरा में किसान अब बारिश के लिए इंद्र देवता को मनाने में जुट गए हैं. रविवार को गांव के दुर्गा पंडाल में बारिश के हवन पूजन किया गया. किसानों का कहना हैं कि 10 दिनों से पानी नहीं गिरा है तो खेत में बोई हुई फसल पूरी तरह से सूख जाएगी. सावन के बाद बारिश होने का फायदा किसानों को बिल्कुल भी नहीं होगा. इसलिए किसान इस उम्मीद में है कि पूजा पाठ से इंद्र देव प्रसन्न हो और अपनी कृपा बरसाएं.

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गौरेला पेंड्रा मरवाही: छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है. आषाढ़ का महीना बीत चुका है. सावन का महीना शुरू हो गया है. लेकिन अब तक अच्छी बारिश नहीं हुई. बारिश नहीं होने से खेती किसानी में देरी हो रही है. किसान परेशान है. बारिश के लिए पूजा पाठ और हवन करवाया जा रहा है. किसानों का कहना है कि अगर हफ्तेभर में अच्छी बारिश नहीं हुई तो आत्महत्या करनी पड़ सकती है.

जीपीएम में बारिश नहीं होने से खेत सूखे (ETV Bharat)

गौरेला में बारिश नहीं होने से किसान परेशान: जीपीएम के कई गांवों में थोड़ी बहुत बारिश के बाद किसानों ने खेती का काम शुरू कर दिया. कई खेतों में जुताई हो चुकी है. कुछ किसानों अब भी जुताई कर रहे हैं. बारिश नहीं होने से खेतों में घास उग आई है. भदौरा गांव के किसान बताते हैं कि पिछले 10 दिनों में एक बार भी अच्छी बारिश नहीं हुई. जिन किसानों ने खेतों में फसल की बुआई की, वहां खेत सूखने लगे हैं. खेतों में दरारें पड़ चुकी है. परेशान किसानों का कहना है कि 3 से 4 लाख रुपये की लागत कर खेती का काम कर रहे हैं. बारिश नहीं हुई तो कर्ज में डूब जाएंगे और फिर खुदकुशी ही एक उपाय रह जाएगा.

no rain in Gaurela Pendra Marwahi
जीपीएम में बारिश नहीं होने से खेत सूखे (ETV Bharat Chhattisgarh)

बारिश तो हो ही नहीं रही है. बिल्कुल बारिश नहीं हो रही. बारिश के बिना खेती के बारे में सोच भी नहीं सकते. जबरदस्त की बोआई कर रहे हैं. महीनेभर पहले हल्की फुल्की बारिश हुई. सावन में बारिश हो गई तो ठीक है. बाद में बारिश गिरने से कोई फायदा नहीं. - राम चरन पोर्ते, किसान

इस साल किसानों के लिए बारिश के मामले में बिल्कुल अच्छा नहीं दिख रहा है. बहुत कम खेती किसानी का काम चल रहा है. बारिश नहीं होने से खेतों में दरारें पड़ गई है. हफ्तेभर में बारिश हो गई तो ठीक है नहीं तो किसानों को आत्महत्या करनी पड़ जाएगी. -दिल राज सिंह, किसान


इंद्र देव को प्रसन्न करने में लगे किसान: सेमरा भदौरा में किसान अब बारिश के लिए इंद्र देवता को मनाने में जुट गए हैं. रविवार को गांव के दुर्गा पंडाल में बारिश के हवन पूजन किया गया. किसानों का कहना हैं कि 10 दिनों से पानी नहीं गिरा है तो खेत में बोई हुई फसल पूरी तरह से सूख जाएगी. सावन के बाद बारिश होने का फायदा किसानों को बिल्कुल भी नहीं होगा. इसलिए किसान इस उम्मीद में है कि पूजा पाठ से इंद्र देव प्रसन्न हो और अपनी कृपा बरसाएं.

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Last Updated : Jul 22, 2024, 1:55 PM IST
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